यूपी पुलिस ने क्राइम कंट्रोल का अनोखा तरीका खोज निकाला हैं दरअसल गाजियबाद में ताबड़तोड़ बढ़ी क्राइम से परेशान गाजियबाद पुलिस ने एक अपराधी को पकड़ने के लिए एक फ़र्ज़ी एनकाउंटर का सहारा लिया हैं, 3 दिन पहले से ही पुलिस हिरासत में लिए गए एक बदमाश को फ़र्ज़ी एनकाउंटर दिखाकर वाहवाही बटोरी जा रही है.

गाजियाबाद पुलिस के एनकाउंटर पर सवाल

जहाँ फ़र्ज़ी एनकाउंटर की स्क्रिप्ट लिखी गयी, वहां कैमरा भी था, हवाई फायरिंग का एक्शन भी था. लेकिन कहानी में दम नहीं था जिसके कारण पूरा मामला सामने आ गया.
  • मामला कविनगर थाना क्षेत्र के कमला नेहरू नगर इलाके का हैं.
  • दीपक नाम का बदमाश को तकरीबन साढ़े 9 बजे एक एनकाउंटर में पकड़ा गया.
  • बताया जा रहा हैं कि उस पर 25 हजार का इनाम भी हैं.
  • जबकि उसका एक साथी भागने में कामयाब रहा हैं.

https://youtu.be/iYcVLmB92x8

ऐसे लिखी गई स्क्रिप्ट:

  • पुलिस मीडिया के कैमरों की निगहबानी में सुनसान इलाके में चेकिंग कर रही थी,.
  • सिविल कपड़ों में खड़े एक दरोगा ने सेट से फ़ोर्स मंगाने का वायरलेस किया.
  • उनको ये फ़ोर्स क्यो चाहिए थी इसका खुलासा अगले ही पल हो गया.
  • उनको जानकारी थी कि एनकाउंटर होने वाला हैं.
  • जबकि बदमाश वायरलेस करने के कुछ देर बाद नजर आया.
  • यानि एनकाउंटर की कहानी की नींव झूठ की बुनियाद पर रखी जा रही थी.
  • बदमाशो के पीछे पुलिस पैदल भाग रही थी जबकि बदमाश बाइक पर था.
  • फायरिंग भी हवाई हो रही थी.
  • लेकिन खाली रास्ता मिलने के बाद भी खेतों में जाकर छिप गया.

पुलिस ने शाबाशी के लिए रची कहानी:

  • पुलिस ने दावा किया कि बदमाश बाइक छोड़ कर भाग गया और उसके पास से एक पिस्टल भी रिकवर हुई हैं.
  • जबकि वीडियो में साफ दिख रहा हैं कि बदमाश ने भागते हुए आखिर अपने चेहरे पर रुमाल कैसे बांधा.
  • किसी भी लाइव एनकाउंटर में बापर्दा बदमाश ही पकड़ा गया.
  • उसकी तलाशी के दौरान उसके पास से कोई भी पिस्टल रिकवर नही हुई हैं.
  • उसके बाद सबसे अहम खुद की सुरक्षा की ट्रेनिंग लेकर आये नए आईपीएस अधिकारी आकाश तोमर ने भी लापरवाही बरती.
  • उन्होंने अपने साथ सभी पुलिसकर्मियों की जान को खतरे में डाला.
  • दीपक के पकड़े जाने के बाद उसके दूसरे साथी के तलाश में पुलिस ने कॉम्बिंग की.
  • उस वक्त पुलिस के पास बेसिक चीजें नहीं थी.
  • ना ही पुलिस के पास टोर्च थी और ना ही बुलट प्रूफ जैकेट.
  • आखिर फिर ऐसी खतरे में डालकर ऐसी कॉम्बिंग का क्या फायदा.
  • सबसे अहम एनकाउंटर के बाद स्थानीय थाने की पुलिस को कोई भी सूचना नही दी गयी.
  • एनकाउंटर एसपी सिटी के निजी टीम ने किया जिसमें उनके चहेते दरोगा शामिल थे.
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