जहां एक तरफ “बेटी बचा-बेटी पढ़ाओ” योजना पर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाकर योजना को अमली रूप देना चाह रही है। वहीं कुछ लोग इसका फायदा भी उठाने में लगे हुए हैं। गाजीपुर जिला के मरदह थाना इलाके में इन दिनों एक अफवाह फैली हुई है कि “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” का फार्म भरकर दिल्ली भेजा जाए तो उनके खाते में दो लाख रुपया जाएगा। जिसको लेकर इन दिनों मरदह उप डाकघर पर अल सुबह से ही भारी भीड़ देखने को मिल रही है। यहां पर पिछले 4 दिनों से हजारों स्पीड पोस्ट किया जा रहा है।
डाकघर में उमड़ रही भीड़, हजारों स्पीडपोस्ट रोजाना
- मरदह उप डाकघर आजकल “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” फार्म भरने की होड़ सी लगी हुई है।
- छात्राएं, महिलाएं, एवं उनके अभिवावकों में 2 लाख रुपये “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” के नाम पर केंद्र सरकार से प्राप्त करने की जैसे सनक सी सवार हो गई है।
- 10 बजे जैसे ही पोस्टऑफिस खुलता है स्पीड पोस्ट करने के लिए अभिवावक लाईनों में लग जाते हैं।
- सबसे आश्चर्य की बात ये है कि अभिवावकों के साथ-साथ पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों में भी योजना को लेकर भ्रम की स्तिथि है।
- लेकिन फिर भी इस आस में पोस्ट करते जा रहे है कि कही बाद पश्चाताप वाली स्तिथि ना पैदा हो।
- भीड़ की लाइन में लगी छात्राओं एवं अभिभावकों से पूछने पर बताया कि भारत सरकार द्वारा “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना के अन्तर्गत प्रत्येक छात्र को भारत सरकार से उसके खाते में दो लाख रुपये दिया जायेगा।
दुकानदार फार्म बेंचकर हो रहे मालामाल
- लेकिन अब सवाल यह है कि क्या भारत सरकार ने क्या कोई ऐसी योजना चलाई है या मात्र अफवाह है।
- जो पांच रुपये से लेकर दस रुपये में दुकानदार फार्म बेचकर मालामाल हो रहे हैं।
- वहीं स्थानीय उप डाकघर में रोजाना 250 से 300 फार्म साधारण डाक से तो 200 से 500 स्पीड पोस्ट से भेजे जा रहे हैं।
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित ब्रान्च पोस्ट आफिस से अलग से फार्म जमा किया जा रहा है।
- फार्म जमा करने की लाइन में लगी छात्राओं एवं अभिभावकों ने बताया कि दो लाख रुपया इस योजना के अन्तर्गत भारत सरकार दे रही हैं।
- अन्य लोगों ने फार्म स्पीड पोस्ट किया है तो हम लोग भी स्पीड पोस्ट के लिए लाइन खड़े है।
- इस सन्दर्भ में स्थानीय उप डाक घर में कार्यरत पोस्ट मास्टर से पूछने पर बताया कि हमें योजना से कोई लेना देना नहीं है।
- अगर कोई स्पीड पोस्ट के लिए डाक देगा तो हमें स्पीड पोस्ट रशीद देना ही पड़ेगा।
बिना विज्ञापन प्रकाशित हुए ही उड़ रही अफवाह
- अगर स्कीम लांच है तो उसे विज्ञापन प्रकाशित कराना चाहिए और नहीं किया है तो उसे स्पष्टीकरण कर देना चाहिए।
- ताकि आम अभिभावक व छात्राओ को धन की लूट से बचाया जा सके।
- वहीं जब इस मामले में भारत सरकार के रेल राज्य और संचार मंत्री मनोज सिन्हा से जाने का प्रयास किया तो उन्होंने बताया कि सुकन्या योजना में 1000 मंथली जमा करने की योजना है।
- इसके अलावा “बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ” के लिए कोई योजना नहीं है।
- वही उन्होंने जनपद में उठे अपवाह पर और पोस्ट ऑफिस के बाहर लगी लाइनों को भी नकार दिया है।
- लेकिन तस्वीर साफ कर रही हैं इस योजना की आड़ में कहीं ना कहीं कुछ लोग लिप्त है।
- जिसके चलते ग्रामीण भारी संख्या में अपना फार्म जमा करने के लिए लाइन में लगे हुए हैं।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.