पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है राजधानी लखनऊ का गोमती रिवर फ्रंट. लेकिन योगी सरकार के आने के बाद गोमती रिवर फ्रंट के घोटाले उजागर होते चले गए. हालांकि गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच कर रही मंत्री सुरेश खन्ना की कमेटी ने रविवार 25 मई को नेताओं को क्लीन चिट दे दी है. साथ ही कमेटी अधिकारी और इंजीनियरों को कार्रवाई के दायरे में लाने पर विचार कर रही है.
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कमेटी की रिपोर्ट के बाद हटाये गए थे चीफ इंजीनियर काजिम अली-
- गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच करने के लिए जांच कमेटी का गठन किया गया था.
- कमेटी की रिपोर्ट के बाद चीफ इंजीनियर काजिम अली के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी.
- जिसके तहत सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने 2 जून को काजिम अली पद से हटा दिया था.
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- यही नही इस मामले में सहायक अभियंता अनिल यादव को पहले ही हटाया जा चूका है.
- सिंचाई मंत्री का कहना है कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
- साथ ही इस मामले में हुए घोटाले को लेकर सरकार सीबीआई जांच की मांग करने की तयारी में है.
- जिसके तहत जांच के लिए गठित कमेटी 15 जून तक सीबीआईजांच की मांग कर सकती है.
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Mohammad Zahid
मैं @uttarpradesh.org का पत्रकार हूँ। तथ्यों को लिखने से मुझे कोई रोक नहीं सकता।नवाबों के शहर लखनऊ का हूँ इसलिए बुलंद आवाज़ भी उठाता हूँ तो बड़े एहतराम से....