लखनऊराजधानी के माल थाना क्षेत्र में एक महिला से दुष्कर्म के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। सुबह महिला शौच के लिए जा रही थी, तभी गांव के ही जराखन ने झाड़ियों में खींचकर जबरन दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध पर उसके कनपटी पर तमंचा सटा दिया। महिला के शोर मचाने पर आरोपित भाग निकला। महिला के घरवालों ने आरोपित के परिवारीजनों से शिकायत की तो उन्होंने बांकों और लाठी-डंडों से उन्हें दौड़ा-दौड़कर पीटा। घटना में दोनों पक्षों से आधा दर्जन लोग घायल हो गए, जिन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। (Women Rape)  

पुलिस ने बदलवाई तहरीर (Women Rape)

  • महिला के घरवालों का आरोप है कि उन्होंने दुष्कर्म के प्रयास व जानलेवा हमले की तहरीर दी थी।
  • लेकिन पुलिस ने तहरीर बदलवाकर मारपीट व गालीगलौज के तहत एनसीआर दर्ज की है।
  • आरोपितों की ओर से भी एनसीआर दर्ज कराई गई है।
  • घटना के समय महिला के शोर मचाने पर आसपास खेतों में मौजूद लोगों ने आरोपित को दौड़ाया।
  • जिस पर वह उसे जान से मारने की धमकी देकर मेवालाल के घर में घुस गया।
  • उधर पीड़ित महिला ने अपने घर पहुंचकर आपबीती बताई।
  • जिस पर पीड़िता के पति सहित अन्य परिवारीजन युवक के घर शिकायत लेकर पहुंचे।
  • तो आरोपित जराखन ने अपनी पत्नी, बेटे राजेंद्र, अनूप, सुनील, मेवा व उनके बेटे ललित व रजनीश के साथ मिलकर बांके, लाठी-डंडों से हमला बोल दिया।

दोनों पक्षों के बीच हुई जमकर मारपीट

  • इस घटना के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई।
  • जिसमें पीड़िता का पति कल्लू, देवरानी मंजू, सास व ससुर जगमोहन गंभीर रूप से घायल हो गए।
  • वहीं आरोपित पक्ष सेजराखन व उसकी पत्नी प्रेमा को चोटें आईं।
  • दोनों पक्ष के लोगों को सीएचसी पहुंचाया गया।
  • जहां गंभीर रूप से घायल प्रेमा, जराखन, कल्लू व जगमोहन को ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
  • शेष घायलों का उपचार सीएचसी में चल रहा है। (Women Rape)
  • उधर एसओ माल वीरेंद्र कुमार सोनकर ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच जमीन का विवाद चल रहा है।
  • महिला पक्ष से दुष्कर्म के प्रयास की तहरीर नहीं मिली थी।
  • सिर्फ मारपीट की तहरीर मिली थी इसलिए एनसीआर के तहत दोनों पक्षों का मामला दर्ज हुआ है।
  • शेष मामले की जांच की जा रही है।

पहले भी तहरीर में खेल करती रही है पुलिस

  • पुलिस पहले भी कई पीड़ितों की तहरीर में खेल करके हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चुकी है।
  • इससे पीड़ितों का मनोबल गिरता है और अपराधियों का मनोबल बढ़ता है।
  • इस मामले में पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का कहना है कि ऐसे तहरीर बदलवाकर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने वाले थानेदारों के खिलाफ जब तक सख्त कार्रवाई नहीं होगी, ऐसे मामलों पर रोक नहीं लगेगी। (Women Rape)
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