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गोपालदास नीरज का निधन: राजकीय सम्मान के साथ निकाली जाएगी अंतिम यात्रा

Gopaldas Neeraj dies: funeral procession with state honor

Gopaldas Neeraj dies: funeral procession with state honor

हिंदी के प्रसिद्ध गीतकार-कवि गोपालदास नीरज का गुरुवार को निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। वो पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। बुधवार की शाम उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें आगरा से दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। वहीं सीएम योगी ने दुख जताते हुए उनकी स्मृति में प्रत्येक वर्ष प्रदेश के 5 नवोदित कवियों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार, अंगवस्त्र व सम्मान-पत्र दिए जाने की घोषणा की।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कवि गोपाल दाल नीरज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य जगत को जो हानि हुई है, उसकी भरपाई होना कठिन है। प्रख्यात कवि श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी के निधन पर गहरा दुःख हुआ। नीरज जी ने अपनी काव्य रचनाओं से हिन्दी साहित्य को समृद्ध किया। उन्हें भावनाओं और अनुभूतियों को व्यक्त करने में दक्षता हासिल थी। हिन्दी फिल्मों के लिए नीरज जी द्वारा लिखे गए गीत आज भी लोकप्रिय हैं। सीएम योगी ने गोपालदास नीरज के निधन पर दुख जताते हुए उनकी स्मृति में प्रत्येक वर्ष प्रदेश के 5 नवोदित कवियों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार, अंगवस्त्र व सम्मान-पत्र दिए जाने की घोषणा की है और साथ ही कहा ‘नीरज’ की अंतिम यात्रा राजकीय सम्मान के साथ निकाली जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कवि गोपालदास ‘नरीज’ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि उनके अमर गीत हमेशा-हमेशा हमारी स्मृतियों में गूँजते रहेंगे… कारवाँ गुज़र गया…।

एम्स प्रबंधन के अनुसार, नीरज को बुधवार रात एम्स ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था। इस दौरान पल्मोनरी और मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया था। उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी। पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित 93 वर्षीय नीरज पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें भारत सरकार ने शिक्षा और साहित्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर दो-दो बार सम्मानित किया था। इटावा निवासी नीरज ने कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए गीत भी लिखे थे।

उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। इसके बाद उन्हें दीवानी कचहरी के पास स्थित लोटस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। फेफड़ों में संक्रमण से बढ़ती तकलीफ ज्यादा बढ़ने से उन्हें सांस लेने में परेशानी होनी लगी थी। बुधवार को डाक्टरों ने नली डालकर 800 ग्राम मवाद बाहर निकाला था। इस दौरान ब्लडप्रेशर सामान्य था, पेशाब में भी कोई दिक्कत नहीं हो रही थी। लोगों से मिले भी थे और बातचीत भी की थी। इसकी रिपोर्ट एम्स के चिकित्सकों को भी दी गई थी। इसके बाद वहां के डॉक्टरों उन्हें दिल्ली एम्स में ले जाने की सलाह दी थी।

गोपाल दास नीरज की बेटी कुंदनिका शर्मा ने बताया कि नीरज जी का पार्थिव शरीर शुक्रवार को एम्स में ही रखा जाएगा। कई फॉर्मेलिटी पूरी करनी है। इसके बाद शनिवार को लोगो के अंतिम दर्शन के लिए आगरा में सुबह 4 घण्टे रखा जाएगा। वहां से अलीगढ़ ले जाया जाएगा। उनकी बेटी ने बताया कि नीरज जी अलीगढ़ के एक मेडिकल कालेज को देहदान कर चुके थे। बॉडी कालेज को दी जाएगी। अगर कालेज ने किसी वजह से नही ली तो दाह संस्कार अलीगढ़ में ही होगा। नीरज जी के पुत्र भी देहदान की बात कह रहे हैं। अगर देहदान किसी तकनीकी या मेडिकल वजह से नहीं हो सका तो अंतिम संस्कार अलीगढ़ में ही होगा।

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