उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार ने महिलाओं को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने व उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए 6 नए पॉलिटेक्निक खोलने की योजना बनायी है। अखिलेश सरकार की इस पहल से सूबे की ज्यादा से ज्यादा महिलायें टेक्निकली क्वालिफाइड हो सकेंगी। टेक्निकल एजुकेशन के डायरेक्टर ओपी वर्मा ने जानकारी दी कि सूबे के 18 मंडलों में सिर्फ 7 महिला पॉलिटेक्निक ही हैं। इसलिए महिलाओं को इस शिक्षा में बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक रूप से पिछड़े मंडलों का चयन करके एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। मंडल के चयन का काम कमिटी को करना है। इसमें ऐसे मंडलों को शामिल करने पर फोकस किया जाएगा जो शैक्षिक रूप से पिछड़े हों और वहां महिलाएं इससे जुड़ने की इच्छा रखती हों। इसके लिए एक सर्वे कराकर अन्य जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
कोर्स व बेसिक सुविधाएँ:
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डायरेक्टर ओपी वर्मा के मुताबिक, वुमेन पॉलिटेक्निक में आर्किटेक्ट असिस्टेंट, इलेक्ट्रानिक्स, पीजीडीसीए सहित रोजगारपरक कोर्सेज संचालित किए जाएंगे।
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तहसील या ब्लॉक लेवल के पॉलिटेक्निक इंस्टीटयूट में फैसिलिटीज और ट्रेनिंग का लेवल उतना बढ़िया नहीं होता है। इसीलिए ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए मंडल पर पॉलिटेक्निक खोलना जरुरी हो गया है।
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अभी मंडलों पर खुले वुमेन पॉलिटेक्निक में हर साल करीब 2 हजार 800 लड़कियां आती हैं।
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6 नए पॉलिटेक्निक खुलने से एडमिशन लेने वाली महिलाओं की संख्या 5 से 6 हजार के करीब पहुंच जाएगी।
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इसमें महिलाओं को शिक्षा के साथ उनके प्लेसमेंट पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्हें स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।
हर पॉलिटेक्निक में महिलाओं के लिए कम पैसे में हॉस्टल और मेस की व्यवस्था की जाएगी।- बड़े-बड़े लेक्चर हॉल, आईटी टूल्स, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी और ई-लाइब्रेरी की भी सुविधा दी जाएगी।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार