अभी प्रतापगढ़ के स्कूल के भगवाकरण की खबर अभी चारों ओर फ़ैल ही रही थी की उस सरकारी स्कूल को दोबारा से सफ़ेद रंग में रंग दिया गया. आरोप है की गाँव के प्रधान मुख्यमंत्री को खुश करने के चक्कर में थे इसलिए स्कूल को भगवा रंग में रंगवाया था. पर खबर फैलते ही उन्होंने स्कूल को दोबारा पोतवा दिया.

नया नहीं है यह मामला:

कुछ समय पहले श्रावस्ती में एक सरकारी स्कूल को केसरिया रंग में पेंट कर देने का मामला सामने आया था. और इस पर चुनावी सियासत भी काफी हुई. स्कूल का भगवा करण हो जाने की सूचना पर, सपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. जितेंद्र यादव ने निशाना साधते हुये कहा कि सरकारी भवनों को  भगवा रंगवाने से भाजपा चुनाव नही जीत सकती. भाजपा ने  डेढ़ साल की सरकार में श्रावस्ती में कोई भी काम  नहीं किया है और न ही कोई काम दिखाई दिया है. सरकारी सम्पति का भगवाकरण करने से जनता सन्तुष्ट नही होगी.  गरीब नौजवान और  किसान सब परेशान है. जनता अब  इनके कामो को जान गई है और आने वाले समय में सपा को जिताकर जनता भाजपा को जवाब देगी.

अब शुरू हो गया है विद्यालयों का भगवाकरण:

आसपुर देवसरा प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी और बीआरसी केंद्र की दीवारों को भगवा रंग में रंगा गया।
लोहों का कहना है की जिले में सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई की जगह किया जा रहा है भगवा करण। इस बात पर विपक्षी पार्टियो ने भाजपा पर कई सवाल उठाए। पट्टी इलाके के आसपुर देवसरा का मामला। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह का है यह विधानसभा क्षेत्र.

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें