नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 120वीं जयंती पर उत्तरप्रदेश राज्यपाल राम नाईक ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल राम नाईक सुभाष चौक पर आयोजित नेताजी की 120वीं वर्षगांठ समारोह में शिरकत की। यहां राज्यपाल ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उनके देश के लिए बलिदान के लिए आभार प्रकट किया।

सुभाष चंद्र बोस के बारे में

  • नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्‍म 23 जनवरी, 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में हुआ था।
  • उनके पिता का नाम जानकी नाथ बोस और माता का नाम प्रभावती था।
  • उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए देशवासियों को एक नारा दिया था,
  • उन्होंने ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा’ का नारा दिया, जो बाद में राष्ट्रीय नारा बन गया।
  • अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये नेताजी ने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था।
  • लेकिन यह बात ब्रिटिश सरकार को रास नहीं आईं।
  • माना जाता है कि इसी के बाद ब्रिटिश सरकार ने 1941 में उन्हें ख़त्म करने का आदेश दिया था।
  • 18 अगस्त 1945 को नेताजी हवाई जहाज से मंचूरिया जा रहे थे।
  • इस दौरान उनका विमान लापता हो गया।
  • इसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
  • हालांकि उनका परिवार का मानना है कि उनकी मौत 1945 में नहीं हुई थी।
  • बल्कि जहाज हादसे के बाद रूस में नज़रबंद रखने की बात कहीं।

‘दिल्ली चलो’ का नारा

  • सुभाष चंद्र बोस ने ‘दिल्ली चलो’  का नारा दिया था।
  • 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने ‘सुप्रीम कमाण्डर’ के रूप में उन्होंने अपनी सेना को सम्बोधित करते यह नारा दिया था।
  • वहीं 21 अक्टूबर 1943 को सुभाष बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतन्त्र भारत की अस्थायी सरकार बनायी।

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