वस्तु एंव सेवाकर यानी (GST) लागू होने के बाद व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुयी है. कानपुर में व्यापारियों को जीएसटी की जानकारी के लिये वस्तु एंव सेवाकर कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाया गया था. लेकिन पांच दिनों से हेल्प डेस्क रूम में तालाबंदी होने से व्यापारी दफ्तर के चक्कर लगा रहे है. जीएसटी के बारे में उनको बताने वाला कोई नहीं है.

हेल्प डेस्क भी है बंद:

  • लखनपुर में वस्तु एंव सेवाकर कार्यालय में जीएसटी से जुड़ी जानकारी व्यापारियों को देने के लिये हेल्प डेस्क सेवा शुरू की गई थी.
  • हेल्प डेस्क खोलने के पीछे मकसद था कि जिन व्यापारियों को जीएसटी के बारे में पता नहीं है वो यंहा आकर जानकारी ले सकते हैं.
  • व्यापारी जब जीएसटी से सम्बंधित जानकारी करने कार्यालय में पहुंचे तो उनको ताला बंद मिला.
  • व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी के बारे में जानकारी करने आये लेकिन यंहा ताला बंद है.
  • व्यापारियों को कोई कुछ बताने वाला नहीं है.

GST समझ नहीं आया:

  • व्यापारियों का कहना है कि वाणिज्य कर कार्यालय का नाम बदलकर वस्तु एंव सेवाकर कार्यालय में तब्दील कर दिया गया है.
  • वस्तु एंव सेवाकर कार्यालय में बनाया गया हेल्प डेस्क सेंटर में ताला बंद है.
  • व्यापारियों का कहना है कि ऐसी हेल्प डेस्क का क्या फायदा जो बंद पड़ी रहती है.
  • यंहा के अधिकारियों को ही जीएसटी के बारे में पता नहीं है तो वह व्यापारियों को क्या बतायेंगे.
  • बहुत से व्यापारी ऐसे हैं जिनको जीएसटी के बारे में कुछ पता नहीं है.
  • उन्होंने अपनी बिक्री बंद कर दी है.
  • जो बिक्री कर रहे है वो पर्चा नहीं दे रहे है पर्चा न देना उनकी मजबूरी है.
  • अधिकारी का कहना है कि प्रदेश में जीएसटी हुआ है तब से जीएसटी हेल्प डेस्क बनाया गया है.
  • हेल्प डेस्क बनाने के पीछे मकसद यह है कि व्यापारियों को जो भी असुविधा हो यंहा आकर उसके बारे में जानकारी ले सकते हैं.
  • पिछले दो दिनों से हेल्प डेस्क बंद चल रही है अधिकारी बैठ नहीं रहे है.
  • सरकार की तरफ से रीस्ट्रेचिंग का कोई आश्वासन नहीं मिला है.
  • इसलिए दो दिनों से हेल्प डेस्क को बंद कर दिया गया है.
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