उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद के गोविंद नगर के संजय नगर इलाके में पिछले एक महीने से बंदरों का आतंक है. इस दौरान गुरुवार को बदंरों ने दो माह की मासूम समेत आधा दर्जन बच्चों को अपना शिकार बनाकर घायल कर दिया. बंदरों द्वारा किये जा रहे इन हमलों से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. हालत इसकदर बदतर हो चेल हैं कि लोग अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए अपने घरों के बाहर लाठी-डंडा लेकर बैठे हैं. वही कुछ लोग दर के मारे अपने घरो में ताला लगा कर दूसरी जगह रहने चले गये है.

ये भी पढ़ें: मेरठ: हर हर महादेव के उद्घोष से गूँज रहा औघड़नाथ मंदिर!

दो माह की बच्ची शिवांया को बंदरों ने बुरी तरह घायल किया

  • संजय नगर में रहने वाले जयकरन के मुताबिक गुरुवार शाम वह उनकी दो माह की बच्ची शिवांया कमरे में लेटी हुई.
  • जबकि पत्नी दूसरे कमरे में काम कर रही थी.
  • तभी एक बंदर कमरे में आ गया और बेटी को को काटकर घायल कर दिया.
  • बेटी के रोने की आवाज सुनकर घर के सभी सदस्य दौड़े.

ये भी पढ़ें: 30 साल पुराने TCS के भविष्य का फैसला ’30 मिनट’ में!

  • जहां वो लोग बेटी के बगल में बंदर को देख दहशत में आ गए.
  • चीख पुकार सुनकर आसपड़ोस लाठी-डंडा लेकर दौडे़ तो बंदर भाग निकला.
  • इसबीच बंदर ने इलाके के आधा दर्जन बच्चों को शिकार बनाकर उन्हें लहूलुहान कर दिया.
  • घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.
  • लोग लाठी-डंडा लेकर बंदर मोहल्ले में घूमते रहे.

ये भी पढ़ें : विधानसभा कैंटीन में पत्रकारों के साथ बदसलूकी!

  • लोगों का कहना है कि एक मोहल्ले में महिनेभर से बंदर का आतंक फैला हुआ है.
  • इसको लेकर लोग अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं.
  • लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
  • एक महिने में बदंरों ने एक दर्जन से अधिक बच्चों को अपना शिकार बनाया है.

बच्चों की हिफाज़त के लिए रात-रात भर जग कर पहरा देते हैं लोग-

  • बदंरों ने संजय नगर में एक दर्जन से अधिक बच्चों को अपना शिकार बनाया है.
  • जिनमें सचिन(6), तनवी(2), मयंक(7),देवराज(4), दीपक(4) और सुनीता समेत एक दर्जन से अधिक बच्चों शामिल है.
  • लोगों को कहना है कि बंदर कभी भी उनके घरों में घुस जाते हैं.

ये भी पढ़ें: देश के नए महामहिम से जुड़ी 10 रोचक बातें!

  • जिसके बाद वो टीवी और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान को तोड़ देते हैं.
  • अब आलम ये है की बंदरो ने लोगों की रातो की नीद उड़ा रक्खी है.
  • बंदरो से अपने बच्चों कि हिफाज़त के लिए लोग रात रात भर जग कर पहरा देते है.

ये भी पढ़ें: श्रीकांत शर्मा: देश की शान्ति व्यवस्था न बिगाड़ें मायावती!

  • लोगो का कहना है कि उन्हें दिन में भी घर के बहार डंडा ले कर निकलना पड़ता है.
  • बंदरों के आतंक के चलते बच्चे भी छतों पर या घर के बाहर खेल नही सकते.
  • अब उन्हें अपने घरो में ही बंद कर के रहने को मजबूर होना पड़ता है.

ये भी पढ़ें: कानपुर: पानी मिला कर बिक रहा पेट्रोल, पब्लिक ने जमकर कटा हंगामा!

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें