उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के सुरसा थाना क्षेत्र के मलिहामऊ में पिछले माह हुई पूर्व ब्लाक प्रमुख की गोली मारकर दुस्साहसिक हत्या करने वाले 3 सुपारी किलर को हरदोई पुलिस ने गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने हत्यारों के पास से वारदात में प्रयोग किया गए देशी तमंचे और कारतूस बरामद किये हैं। हत्या की साजिश के से रची गई थी और 20 लाख रुपये में घटना को अंजाम देने के आरोपितों ने सुपारी ली थी। फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों को जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक हरदोई राजीव मल्होत्रा ने हत्यारों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 5000 रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

सुपारी की शेष रकम लेने आये थे तभी हुई गिरफ्तारी

  • पुलिस अधीक्षक हरदोई राजीव मल्होत्रा ने बताया कि संजय मिश्रा पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या सुबह 10:30 बजे की गई थी।
  • इसमें उनके भाई श्याम जी मिश्रा ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मामले की पड़ताल कर रही थी।
  • इस दौरान अखिलेश उर्फ आकाश निवासी बदायूं, नवीन मिश्रा निवासी शाहजहांपुर, मोहित उर्फ मनोज सिंह निवासी बदायूं, भोलाराम उर्फ सनी निवासी बदायूं की संलिप्तता पाई गई थी।
  • 9 जनवरी को हत्या की सुपारी की शेष रकम लेने के लिए आरोपित गीता धर्म कांटा के पास आए थे।
  • यहां पर पुलिस ने सर्विलांस और क्राइम ब्रांच के मुखबिर की सूचना पर अखिलेश, नवीन, कन्हैया को सोमवार की शाम गिरफ्तार कर लिया।
  • पकड़े गए आरोपितों के पास से दो अवैध तमंचे और कारतूस बरामद हुए हैं।

एक साल से हत्या का मौका तलाश रहे थे बदमाश

  • एसपी ने बताया कि जब आरोपितों से पूछताछ की गई तो अभियुक्त अखिलेश ने बताया कि 2015 में वह जिला कारागार बरेली में बंद था।
  • जहां पर राजेश सिंह और राजू भदैचा निवासी ग्राम भदैचा शहर कोतवाली हरदोई भी बंद था।
  • बरेली जेल में ही मेरी उसे जान पहचान हुई थी। अभियुक्त राजेश सिंह उर्फ राजू ने अखिलेश को 20 लाख रुपये में पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या करने की सुपारी दी थी।
  • वह 2015 में होली के दो महीने बाद जेल से छूटकर आया था। तभी से वह अपने साथियों के साथ हत्या के लिए मौका तलाश रहा था।

फर्जी आईडी से होटल में रुके थे

  • हरदोई कप्तान ने बताया कि घटना से 2 दिन पहले 26 दिसंबर को सभी मोटरसाइकिल से हरदोई आकर रेलवे गंज स्थित गंगा जमुना होटल में फर्जी आईडी देकर ठहरे थे।
  • अगले दिन लगातार मलिहामऊ डिग्री कॉलेज के आसपास नजर रखते रहे लेकिन मौका नहीं मिला।
  • 28 तारीख को मौका मिलते ही उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या कर दी थी।
  • पकड़े गए अपराधियों के खिलाफ कई थानों में संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज हैं।
  • पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल भी बरामद करने का दावा किया है।

इनको किया गया पुरस्कृत

  • पुलिस अधीक्षक ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख के हत्यारों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सुरसा ओपी तिवारी,
  • उप निरीक्षक राजेश कुमार, कांस्टेबल ओमकार यादव, हीरालाल, रुपेंद्र शक्य,
  • क्राइम ब्रांच हरदोई के प्रभारी, उप निरीक्षक जटाशंकर सिंह, धर्मपाल सिंह, होरीलाल,
  • मोहम्मद खालिद, गुफरान, यादवेंद्र यादव और सर्विलांस सेल के कांस्टेबल करुणेश शुक्ला,
  • इरफान राजकुमार नागर को 5000 रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

यह था घटनाक्रम

  • बता दें सुरसा थाना क्षेत्र के मलिहामऊ निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय मिश्रा (48) पुत्र स्व हरिशंकर मिश्रा का गांव में ही कॉलेज है।
  • 28 दिसंबर 2016 की सुबह वह अपने कॉलेज में ही बैठे हुए थे।
  • तभी बाइक सवार तीन बदमाश वहां पहुंचे।
  • एक बदमाश बाइक पर ही सवार रहा जबकि दो अन्य असलहे लेकर कॉलेज में दाखिल हो गए।
  • दोनों हमलावरों ने पूर्व ब्लाक प्रमुख पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
  • गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा।
  • बच्चे जान बचाने के इधर-उधर भागने लगे।
  • हमले में 4 गोलियां संजय के जा धंसी।
  • दिनदहाड़े हुई वारदात से इलाके में दहशत फैल गयी।
  • घटना को अंजाम देकर हमलावर वहां से फरार हो गए।
  • सूचना पाकर आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर हालत में पूर्व ब्लॉक प्रमुख को घायलावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
  • बता दें कि इससे पहले भी पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पिता हरिशंकर मिश्र की भी कई वर्ष पूर्व गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
  • पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू की थी और अपराधियों को ढूंढ निकाला।
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