हाथरस के सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज ऑडिटोरियम में शराब और भांग की दुकानों का आवंटन ऑनलाइन ई-लॉटरी [ Hathras Excise e Lottery ] के माध्यम से किया गया। इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने की। इस दौरान जिला आबकारी अधिकारी कृष्ण मोहन ने बताया कि जिले में कुल 118 दुकानों का आवंटन किया गया है, जिसमें 47 कंपोजिट दुकानें, 62 देशी शराब की दुकानें और 9 भांग की दुकानें शामिल हैं।
कुल 118 दुकानों के आवंटन [ Hathras Excise e Lottery ] का विवरण प्रस्तुत किया गया है:
दुकान का प्रकार | आवंटित दुकानें |
---|---|
कंपोजिट दुकानें | 47 |
देशी शराब की दुकानें | 62 |
भांग की दुकानें | 9 |
कुल | 118 |
आवेदन और चयन प्रक्रिया [ Hathras Excise e Lottery ]
कंपोजिट दुकानों के लिए 1092 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से सभी को स्वीकृत किया गया। इसी प्रकार, देशी शराब की दुकानों के लिए 480 में से 476 आवेदन स्वीकृत किए गए, जबकि भांग की दुकानों के लिए प्राप्त सभी 100 आवेदन स्वीकृत किए गए। नोडल अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने बताया कि प्रदेशभर में एक समान ई-लॉटरी व्यवस्था लागू की गई है, जो पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष है। इस प्रक्रिया में रैंडम नंबर जनरेट करने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल किया गया, ताकि कोई भी व्यक्ति या आवेदन प्रभावित न हो।
प्राप्त और स्वीकृत आवेदनों का विवरण [ Hathras Excise e Lottery ] प्रस्तुत किया गया है:
दुकान का प्रकार | प्राप्त आवेदन | स्वीकृत आवेदन |
---|---|---|
कंपोजिट दुकानें | 1092 | 1092 |
देशी शराब की दुकानें | 480 | 476 |
भांग की दुकानें | 100 | 100 |
कुल | 1672 | 1668 |
पारदर्शिता और सुरक्षा व्यवस्था
पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरे आवंटन प्रक्रिया को बड़े पर्दे पर प्रदर्शित किया गया, जिससे सभी उपस्थित लोग यह देख सकें कि लॉटरी कैसे हो रही है। इसके अलावा, पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी की गई और इसे सीसीटीवी कैमरों से भी मॉनिटर किया गया, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या धोखाधड़ी से बचा जा सके।
उच्च अधिकारियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी राहुल पांडेय, एसपी चिरंजीवनाथ सिन्हा और सहायक आबकारी आयुक्त नरेंद्र सोनकर सहित कई उच्च अधिकारी उपस्थित रहे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रक्रिया पूरी तरह से नियमों के तहत संपन्न हो, अधिकारियों ने सतर्क निगरानी रखी और कार्यक्रम के संचालन में सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन आबकारी निरीक्षक एएल मिश्र ने किया।
हाथरस जिले में आबकारी विभाग की ई-लॉटरी प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न किया गया। यह प्रणाली न केवल आवेदकों के विश्वास को बनाए रखने में सहायक सिद्ध हुई, बल्कि इससे सरकारी राजस्व में भी वृद्धि हुई।
अस्वीकरण:
इस पृष्ठ पर ई-लॉटरी से संबंधित दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों, जिनमें https://exciseelotteryup.upsdc.gov.in/ शामिल है, से प्राप्त की गई है। उत्तर प्रदेश में “ई-लॉटरी पोर्टल “ ई-लॉटरी से संबंधित डेटा का आधिकारिक स्रोत है और यहां प्रस्तुत सामग्री उनके आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित है। यह डेटा इस लेख के प्रकाशन की तारीख तक संकलित किया गया है।
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