लखनऊ मेट्रों की शुरूआत हो चुकी है और दूसरी तरफ से चारबाग से मुंशीपुलिया तक तेजी से निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। बता दें कि हजरतगंज मेट्रो स्टेशन सभी स्टेशनों से काफी अलग होगा। यात्रियों को कॉनकोर्स से प्लेटफार्म पर जाने के लिए सीढ़ी व एस्क्लेटर को एक आँख नुमा आकृति का रूप भी दिया जा रहा है, जो की लखनऊ की तहजीब को दर्शाएगा।

लखनऊ मेट्रो के प्रबंध निदेशक ने मेट्रो निरीक्षण की शुरूआत करते हुए फेज 1 के रैंप सेक्शन (कट एंड कवर) पर चल रहे मेट्रो निर्माण कार्यो को देखा। प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने हजरतगंज भूमिगत मेट्रो स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यो को देखा जहाँ यात्रियों की सुविधा को देखते हुए चार प्रवेश व निकास द्वार का निर्माण कार्य व कॉनकोर्स एरिया में प्रॉपर्टी डेवलपमेंट व ट्रैक बिछाने के लिए कंक्रीटिंग का काम तेजी से किया जा रहा है।

लखनऊ की तहजीब को दर्शाएगा हजरतगंज मेट्रो स्टेशन

साथ ही यात्रियों को कॉनकोर्स से प्लेटफार्म पर जाने के लिए सीढ़ी व एस्क्लेटर को एक आँख नुमा आकृति का रूप भी दिया जा रहा है, जो की लखनऊ की तहजीब को दर्शायेगा। प्रबंध निदेशक ने बापू भवन सचिवालय मेट्रो स्टेशन में सुरंग से समतल भूमि (प्लेटफार्म) को जोड़ने वाली ट्रैकबेड के निर्माण किये जा रहे कार्यों को देखा। एलएमआरसी यहाँ पर अपना एक मेट्रो का निर्माण भी कर रहा है। अभी तक बनाये गए सभी मेट्रो स्टेशनो में सबसे ज्यादा पांच प्रवेश व निकास द्वार होंगे।

प्रबंध निदेशक ने हुसैनगंज मेट्रो स्टेशन (विकास दीप) के पास सहायक भवन बन रहा है। जिसमें चीलर प्लांट के साथ सिविल का कार्य 90 फीसदी हो चुका है। वहीं यांत्रिक, विद्युत और पाइपलाइन के 50 फीसदी का कार्य पूरा कर लिया गया है। जो कि सभी भूमिगत मेट्रो स्टेशनो को वातानुकूलित बनाये रखने के लिए सहायक का कार्य करेगा।

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