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सांसद हेमा मालिनी के द्वारा आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गाँव का रियल्टी चेक

Hema Malini adopted khushalipur sansad adarsh gram yojna

Hema Malini adopted khushalipur sansad adarsh gram yojna

  • क्या पीएम मोदी के स्टार सांसदों के गांवों को गोद लेने से उनके अच्छे दिन आ गए? सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत इन गोद लिए गए गांवों का क्या हाल है,
  • ऐसे ही एक गांव, जिसे एक्टर से पॉलिटिशियन बनीं हेमा मालिनी ने गोद लिया है. ये गांव है – उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले का रावल गांव. इस गांव की आबादी 3 हजार है.
  • हेमा मालिनी अपने गोद लिए हुए गांव को आदर्श गांव बनाने में कामयाब नहीं हो पाई हैं.
रावल गांव के प्रधान और वहां रहने वालों से बात की और पूछा कि इस गांव को गोद लेने से उनकी जिंदगी में क्या बदलाव आए.
  • जब हेमा मालिनी आती हैं, तभी रोड साफ की जाती है और साफ सफाई होती है. बाकी तो हमेशा गंदगी रहती है.

1. सोलर लाइट्स

  • गांव को गोद लेने के बाद यहां 40 सोलर लाइट्स लगी. लेकिन अब इनमें से एक भी नहीं चल रही हैं.
  • 40 सोलर लाइट्स लगाई गई थीं. ये दो महीनें तक जलीं और उसके बाद बंद हो गई. उसके बाद से ये बंद ही पड़ी है.

2. सड़क

  • बहुत पहले ही सड़कें बनाने का काम शुरू हो गया था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ. इससे परेशानी और बढ़ गई.
  • खरींजा बिछाना शुरू किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ. यहां नालियां भी नहीं हैं. यहां तक की हमारे घरों को भी तोड़ा गया.

3. टॉयलेट

  • गांव में कुछ टॉयलेट बनाए गए लेकिन ज्यादातर काम के नहीं है. अभी भी लोग खुले में शौच जाते हैं.
  • टॉयलेट में पानी भेजने के लिए टैंक बनाए गए, लेकिन सबकुछ टूट गया. हमें दोबारा वो सब बनवाने के लिए पैसे नहीं मिले. सड़कों का बुरा हाल है. गोबर से सड़कें गंदी पड़ी हैं. गड्ढ़ों की वजह से यहां पानी भी भर जाता है.

4. साफ पानी का प्लांट

  • हेमा मालिनी Kent RO का विज्ञापन करती हैं और उन्होंने एक RO वाटर प्लांट लगवाया भी. लेकिन गांव वालों का कहना है कि उन्हें साफ पानी के लिए पानी के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है.
  • RO प्लांट लगाया तो गया, लेकिन वो काम नहीं करता. कोई इसे इस्तेमाल नहीं कर सकता. लेकिन हां, जो पानी का टैंकर हेमा मालिनी ने बनवाया था. उससे पीने का पानी मिलता है. सफाई कर्मचारी अपना काम नहीं कर रहे हैं. टॉयलेट भी आधे गांव में ही बनवाए गए.

5. शिक्षा

  • गांव में एक जूनियर स्कूल है लेकिन इसमें बिजली नहीं आती. बच्चे बिना बिजली के पढ़ रहे हैं.
  • यहां पंखा और बिजली नहीं है. सासंद हेमा मालिनी आई थीं. हमने उन्हें परेशानी बताई. उन्होंने कहा कि ‘हां.. कर देंगे’ लेकिन कुछ हुआ नहीं.

6. हेल्थकेयर

  • गांव में अस्पताल भी बनाया गया है लेकिन डॉक्टर्स की कमी के कारण ये बंद है.
  • ये अस्पताल 5 महीने पहले बनवाया गया था. लेकिन यहां न डॉक्टर्स हैं न नर्स. ये ज्यादातर बंद ही रहता है.

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