पूर्व सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल पुराने लखनऊ में करोड़ों रुपए खर्च कर हेरीटेज जोन का निर्माण किया गया है। जिससे यहां आने वाले पर्यटक लखनऊ के इस क्षेत्र की सुंदरता को निहार सकें। लेकिन लगभग 35 करोड़ में खास तरह के पत्थर से 1.5  किलो मीटर की निर्मित सडक़ भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़। शनिवार को तेज़ बारिश होते ही यहां हुए निर्माण की कलई खुल गई। बारिश होते ही नीचे से बालू बह गई और सडक़ धंस गई। इस वजह से लोगों को दुर्घटना से बचाने के लिए बल्लियां डालकर उन्हें सचेत किया गया। बाद में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर यह हालत देखे।

35 करोड़ में खास तरह के पत्थर से बनी थी सड़क

  • राजधानी आने वाले पर्यटकों के लिए चौक का इलाका सबसे खास मन जाता है।
  • इसकी वजह है की इमामबड़ा और कई पार्क सहित हैरिटेज जोन यहाँ पर है।
  • जहाँ पर खास कर के पर्यटकों के लिए 35 करोड़ में खास तरह के पत्थर से
    1.5  किलो मीटर की सड़क निर्मित की गयी है।
  • लेकिन इसकी हकीकत शनिवार को हुई बारिश में खुलकर सामने आ गयी।
  • जब बारिश होते ही सड़क का एक हिस्सा अचानक दब गया।
  • अधिकारियों ने बताया कि सीवर लाइन फट जाने से सडक़ का कुछ हिस्सा दब गया।
  • इसके लिए जल संस्थान को तत्काल सूचित किया गया।heritage zone 1
  • उन्होंने निर्माण में बालू के इस्तेमाल की बात को गलत बताया।
  • दरअसल, जेपीएनआईसी, जनेश्वर मिश्र पार्क, सीजी सिटी सहित हेरीटेज जोन भी पूर्व सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार था।
  • हेरीटेज जोन को निर्मित करने के लिए करीब 180 करोड़ रुपए खर्च किये गए।
  • इमामबाड़े के सामने करीब 1.5  किलो मीटर की सडक़ पर खास तरह के पत्थर लगाये गए।
  • इसमें करीब ३५ करोड़ रुपए खर्च हुए। यह निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया।
  • शनिवार को बारिश के बाद यहां इमामबाड़े के निकट सडक़ का एक बड़ा हिस्सा धंस गया।
  • अचानक सडक़ धंस जाने से क्षेत्रीय लोग सहम गए।
  • उन्होंने पर्यटकों को दुर्घटना से बचने के लिए बल्लियां डाल दीं जिससे वह सचेत हो सकें।
  • क्षेत्रीय निवासियों ने बताया कि सडक़ निर्माण में घपलेबाजी हुई जिसकी परतें बारिश होने पर खुल रही हैं।
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