संत देव मुरारी बापू का आत्महत्या का हाईवोल्टेज ड्रामा- विस्तृत रिपोर्ट- देखें वीडियो

मथुरा-

थाना वृंदावन में संत देव मुरारी बापू सहित तीन लोगों के खिलाफ एक महिला द्वारा छेड़खानी जान से मारने की धमकी अभद्र व्यवहार आदि का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. वहीं संत देव मुरारी बापू ने नाराज होते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पुलिस के कई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और 1 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे आत्महत्या करने का ऐलान किया. सूचना मिलने पर पुलिस हरकत में आई और पुलिस उनके घर पहुंची. यहां देव मुरारी बापू ने आत्महत्या का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी.

क्षेत्राधिकारी सदर राम मोहन शर्मा ने जानकारी दी।

जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी सदर राम मोहन शर्मा ने बताया कि मुरारी बापू पर आरोप थे मारपीट के छींटाकशी के सत्य और असत्य जांच के बाद ही पता चल पाएगा. बापूजी ने पुलिस को भी टारगेट किया था. हमारे जो दोषी ऑफिसर हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी अगर वह गलत है तो और सत्य और असत्य जांच के बाद सामने आएगा. बापू से मैंने कल से अनुरोध किया कि महोदय आप अपना पक्ष तो रखें लेकिन बाबा जी ने अपना पक्ष नहीं रखा. बाबा जी ने कहीं किसी को कहीं किसी को टारगेट किया मैंने और मीडिया ने मिलकर सब ने बाबा को बचाया. आत्महत्या की धमकी देते हुए वह अंदर घुसे थे मेरे अनुरोध पर मीडिया कर्मियों ने भी पुलिस का सहयोग किया और बापूजी को बचाया . चाकू लेकर अपने हाथ की नस काटने का प्रयास कर रहे थे यह पूरी मीडिया के समक्ष हुआ है. मुझसे यह नहीं देखा गया एक संत के रूप में कोई आदमी आत्महत्या करें और पुलिस ताकती रहे यह नहीं हो सकता. मेरा आप सभी से विनम्र अनुरोध है कि इस संकट की घड़ी में बापू को सद्बुद्धि दें और हमारा मार्गदर्शन करें .हम लोग राजनीतिक नहीं है और ना ही हम यह जानते हैं कि वह चुनावी मैदान में कूद रहे हैं. हम तो केवल उन्हें बाबा जानते हैं.

क्या है पूरा मामला।

दरअसल संत देव मुरारी सहित तीन लोगों पर जान से मारने की धमकी देने का अभद्र व्यवहार करने का और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए वृंदावन की रहने वाली एक महिला ने तहरीर देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. जिसके बाद संत देव मुरारी बापू ने 6 दिसंबर को उनके द्वारा किए जा रहे हैं कार्यक्रम को रोकने के लिए पुलिस द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया. संत देव मुरारी बापू ने कहा कि पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन पर कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ नहीं चाहते कि मैं चुनावों में लड़ सकूं. उन्होंने पुलिस के कई अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए .वहीं उन्होंने एक प्रेस नोट जारी कर 1 दिसंबर दोपहर 2:00 बजे आत्महत्या करने का ऐलान किया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने देव मुरारी बापू को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी.

Report – Jay

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की खबरें, आपके शहर का हाल, वायरल न्यूज़ …पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें . लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें