आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उनकी लाश लखनऊ के मीराबाई गेस्ट हाउस के नजदीक सड़क पर पायी गई थी. 

आईएएस की मौत के बाद इसकी जाँच सीबीआई को सौंप दी गई थी. लेकिन इस प्रकरण में अभी तक कोई अहम सुराग सीबीआई के हाथ नहीं लगा है. वहीँ हजरतगंज पुलिस की लापरवाही भी इस मामले में देखने को मिली है.

सोशल मीडिया पर पेटिशन के जरिये न्याय दिलाने की मांग:

  • सोशल मीडिया पर अनुराग तिवारी के दोस्तों ने एक मुहीम शुरू की है.
  • आईएएस अनुराग को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने पेटिशन के जरिये पीएम से मदद मांगी है.
  • Justice for IAS Anurag नाम से फेसबुक पेज भी बनाया गया है.
  • इसपर लोगों से अपील की जा रही है कि वो अनुराग की मौत को लेकर सरकार पर दवाब बनायें.
  • उन्होंने अपील की है कि अनुराग की हत्या हुई है और आरोपियों को पकड़ा जाए.

Give justice to honest IAS officer Anurag Tewari by CBI probe of his murder

डायल 100 को सुबह मिली थी सूचना, किया गया था नजरअंदाज:

  • राजधानी लखनऊ में आईएएस अनुराग तिवारी की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई थी.
  • जिसके बाद सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है.
  • एक राहगीर द्वारा 17 मई की सुबह 5.23 बजे डायल 100 को फोन कर अज्ञात व्यक्ति के गिरे होने की बात कही गयी थी.
  • सुबह 5.36 पर अज्ञात शव का मैसेज वायरलेस पर प्रसारित हुआ था.
  • इन बातों का खुलासा कॉल डिटेल में हुआ है.
  • सूचना देने वाला राहगीर अपनी नाईट शिफ्ट खत्म कर के घर लौट रहा था.

पुलिस की लापरवाही आई सामने:

  • आईएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एक नया खुलासा हुआ है.
  • जिसमें डायल 100 को सुबह 5.23 बजे VIP गेस्ट हाउस के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति के गिरे होने की बात कही गयी थी.
  • वहीँ मामले में अनगिनत लापरवाही कर चुकी लखनऊ पुलिस की एक और लापरवाही सामने आई है.
  • पुलिस डायल 100 पर सुबह 6.10 बजे सूचना मिलने की बात कर रही है.

सूचना देने वाला किया गया अंडरग्राउंड:

  • सूत्रों के मुताबिक, मामले में पुलिस ने अपनी लापरवाही को खुलते देख सूचना देने वाले को अंडरग्राउंड कर दिया .
  • अनुराग तिवारी के मामले की जांच SIT को सौंपी गयी है, जिसके हेड CO हजरतगंज हैं.
  • CO हजरतगंज के नाम इससे पहले भी लापरवाहियां दर्ज हो चुकी हैं.
  • गायत्री प्रजापति को जमानत दिलाने के मामले में भी CO हजरतगंज पर सवाल उठे थे.
  • जिसके बाद लखनऊ पुलिस फर्स्ट कॉल टाइमिंग को गलत बताकर अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश करती नजर आ रही है.

क्या है पूरा घटनाक्रम?

  • आईएएस अनुराग LDA वीसी के साथ 19 नंबर कमरे में मीराबाई मार्ग गेस्ट हॉउस में रुके थे.
  • गेस्टहाऊस के पास लगे ट्रांसफार्मर के सामने सड़क किनारे बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे आईएएस का शव पड़ा मिला.
  • राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
  • पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
  • तलाशी के दौरान पुलिस को आईएएस की जेब से पर्स और कुछ पैसे मिले.
  • आईएएस की जेब से मिले आई कार्ड के आधार पर उनकी शिनाख्त की गई.
  • प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो, मृतक अधिकारी के मुंह और सिर पर चोट के निशान थे.
  • सूचना मिलते ही आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
  • एसएसपी ने बताया, प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि उन्होंने मंगलवार की रात करीब 11 बजे अपने साथियों के साथ खाना खाया.
  • आशंका है कि वह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले होंगे और उनकी सड़क पर गिरने से मौत हो गई.
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