राजधानी लखनऊ में आईएएस वीक 2016 का आयोजन हुआ है. 15 से 18 दिसंबर तक चलने वाले इस आईएएस महोत्सव में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं.

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टैग-लाइन्स को सुनकर हंस पड़ेंगे आप:

  • आईएएस वीक के दौरान एक परंपरा है.
  • इस परंपरा के अनुसार सभी आईएएस अफसरों को एक टैग लाइन दी जाती है.
  • इस टैग को सुनकर आपकी हंसी छुट जाएगी.
  • सीनियर आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल को भी टैग लाइन दी गई.
  • सहगल की टैग लाइन थी, ‘ सदा खुश रहे तू जफा करने वाले, दुआ कर रहे हैं दुआ करने वाले’
  • इसी प्रकार लखनऊ डीएम सत्येन्द्र सिंह के लिए टैग लाइन थी, ‘ छलिया मेरा नाम, छलना मेरा काम, हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई सबको मेरा सलाम’
  • राहुल भटनागर की टैग लाइन थी, ‘मुझको पहचान लो, मैं हूँ डॉन’
  • किंजल सिंह की टैग लाइन थी , ‘जंगल-जंगल बात चली है, पता चला है…’

यूँ तो आईएएस अफसर होने अपने आप में एक बेहद सीरियस व गंभीर पेशा है, पर साल के कुछ दिन इन हल्के लम्हों में इन्हें देखना आनंददायी है। नवनीत सहगल को जल्द स्वस्थ होने की शुभकामना देने की बात हो या किंजल पर कटाक्ष, इन टैग-लाइन्स का अपना ही मज़ा है। चार दिवसीय आईएएस महोत्सव का कल तीसरा दिन है, कल यूपी के राज्यपाल राम नाईक आईएएस अफसरों को रात्रि भोज पर आमंत्रित करेंगे, और दिन में होने वाली बैठक में आईएएस एसोसिएशन नए अध्यक्ष और सचिव का चुनाव करेगी।

 

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