बीते 20 मई को उत्तर प्रदेश सरकार की महिला कल्याण मंत्री स्वाति सिंह ने राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित एक बियर शॉप का उद्घाटन किया था, जिसके बाद मंत्री स्वाति सिंह को मामले में चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ मामले में नया मोड़ तब आया, जब यह जानकारी मिली की स्वाति सिंह ने जिस बियर शॉप(BeTheBeer) का उद्घाटन किया है, उस शॉप के पास शराब परोसने का लाइसेंस (illegal alcohol) ही नहीं है। साथ ही ये कहानी ‘BeTheBeer’ जैसी किसी अकेली दुकान की नहीं है।

राजधानी लखनऊ में चल रहे है कई अवैध शराब (illegal alcohol) के अड्डे:

  • बीते 20 मई को यूपी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह ने एक बियर बार का उद्घाटन किया था।
  • जिसके बाद मामले में यह बड़ा खुलासा हुआ कि, BeTheBeer बार के पास लाइसेंस (illegal alcohol) ही नहीं है।
  • मामले के संज्ञान में आने के बाद फिलहाल BeTheBeer में बियर मिलना बंद है।
  • लेकिन मामले हुए एक नए खुलासे ने प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
  • खुलासे के मुताबिक, राजधानी लखनऊ अवैध शराब (illegal alcohol) परोसे जाने का अड्डा बन चुकी है।
  • शराब माफियाओं के इस खेल में प्रशासन ने चुप्पी के साथ-साथ अपनी आँखें भी बंद की हुई हैं।

पूरी राजधानी में सिर्फ 59 बियर बार के पास लाइसेंस:

  • 20 मई से शुरू हुए BeTheBeer बार के पास बियर परोसने का लाइसेंस (illegal alcohol) नहीं था।
  • वहीँ बार का उद्घाटन सूबे की मंत्री स्वाति सिंह ने किया था।
  • इतना ही नहीं उद्घाटन समारोह में लखनऊ के आस-पास के जिलों के पुलिस कप्तान भी मौजूद रहे थे।
  • वहीँ मामले में एक नया खुलासा यह हुआ है कि, राजधानी लखनऊ में सिर्फ 59 बियर बार के पास लाइसेंस है।
  • वहीँ सैकड़ों बियर बार बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से चल रही हैं।
  • अब सवाल ये उठता है कि, राजधानी में शराब माफियाओं पर अब तक लगाम क्यों नहीं लगायी गयी?

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क्यों चुप है आबकारी और पुलिस विभाग?

  • राजधानी लखनऊ अवैध शराब (illegal alcohol) का गढ़ बन चुकी है।
  • वहीँ मामले में आबकारी विभाग और पुलिस विभाग चुप्पी साधे हुए हैं।
  • राजधानी में सिर्फ 59 बियर बार के पास लाइसेंस है, वहीँ सैकड़ों दुकानें धड़ल्ले से बिना परमिट चल रही हैं।
  • ऐसे में क्या ये माना जाए कि, राजधानी की पुलिस को इन शराब माफियाओं की भनक तक नहीं है।
  • या ये माना जाये कि, इन शराब माफियाओं को पुलिस द्वारा ही संरक्षण प्राप्त हो रहा है।
  • वहीँ मामले में आबकारी विभाग की भूमिका भी काफी संदिग्ध नजर आ रही है।
  • इतनी बड़ी मात्रा में अवैध शराबखानों की जानकारी आबकारी विभाग को न हो ऐसा होना बहुत ही मुश्किल है।
  • तो क्या ऐसा माना जाए कि, आबकारी विभाग के संरक्षण में ही शराब माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं?
  • एक आबकारी विभाग के अधिकारी ने जानकारी दी कि, लखनऊ में सैकड़ों बियर बार हैं।

आबकारी अधिकारी जे. बी. यादव ने दिया कार्रवाई का आश्वासन:

हमारी टीम ने जब इस मामले पर आबकारी अधिकारी जे.बी. यादव से पूछा तब, उन्होंने पहले तो ‘कुछ मालूम न होने का हवाला दिया’  लेकिन बिल दिखाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जायेगा.

https://youtu.be/6cY9oIL2H54

  • उन्होंने कहा कि इस प्रकार खुलेआम गलत तरीके से बियर-शराब परोसने वाले बियर बार को कोई NOC नहीं दी जाएगी.
  • वहीँ वो मॉल के मैनेजर के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से बचने की बात भी करते दिखाई दिए.
  • उन्होंने रामाला और अन्य जगहों पर चेकिंग के लिए टीम गठित करने का आश्वासन दिया.
  • उन्होंने कहा कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.
  • साथ ही उन्होंने इंस्पेक्टर आबकारी,गोमतीनगर विष्णु प्रताप से फ़ोन पर बात कर पूरे मामले में छानबीन करने का तत्काल आदेश दिया.

UttarPradesh.Org का रियलिटी चेक:

  • शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए UttarPradesh.Org की टीम ने राजधानी लखनऊ के कुछ चुनिन्दा जगहों पर रियलिटी चेक किया।
  • जिसमें कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं।
  • सिटी मॉल के क्‍लब रामाला के पास लाइसेंस नहीं है।
  • इसके साथ ही क्लब रामाला में हुक्का पार्लर भी है।
  • लखनऊ के क्लब जीरो डिग्री के पास भी शराब परोसने का लाइसेंस नहीं है।
  • Uttarpradesh.org की टीम क्‍लब रामाला के बाद रिवर साइड मॉल जिसमें आई-नॉक्स सिनेमा है और आमतौर पर लोग आई-नॉक्स भी कहते हैं, वहीँ ‘जीरो डिग्री’ पहुंची।
  • यहां का नजारा थोड़ा अलग था।
  • जीरो डिग्री में पैसे देकर कस्‍टमर पूरी शराब की बोतल भी खरीद सकता है जबकि यह गैरकानूनी है।
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