प्रदेश की सपा सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले जनेश्वर पार्क के सुंदरीकरण के लिए कनाडा से बोट मंगाने की बात कही गई थी। लेकिन इस बोट का सच सामने आने के बाद जनेश्वर पार्क में बोट का लोकार्पण टाल दिया गया है।

5 अगस्त को मुख्यमंत्री इस बोट का लोकार्पण करने वाले थे लेकिन अब ये कहा जा रहा है कि केवल 5 बोट आ पाने के कारण लोकार्पण टाला गया है। जबकि इसके पीछे असली कारण कुछ और ही है।

uttarpradesh.org के 30 जुलाई के अंक में कनाडा से मंगाई जाने वाली बोट की सच्चाई बताई गई थी।

  • जो बोट कनाडा से आनी थीं उन्हें लखनऊ से ही खरीद कर कनाडा का बता दिया।
  • विश्वनीय सूत्रों के आधार पर यह सुनिश्चित हो चुका है कि ये सारी बोट लखनऊ से ही खरीदी गई हैं।
  • लेकिन अब ये सच सामने आने के बाद सरकार के मुलाजिम कुछ बोल पाने में असमर्थ हैं और मामले पर मिट्टी डालने की कोशिश में लगे हुए हैं।

इन बोटों की खरीद पर भ्रष्टाचार का अंदाजा आप इसी से लगाया जा सकता है कि कनाडा की बोटों की खरीद मूल्य से लखनऊ की बोटों की खरीद मूल्य में कितना अंतर होगा और कनाडा से लखनऊ के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च आदि जोड़कर इसकी कीमत कितनी आंकी गई होगी।

30 जुलाई को प्रकाशित खबर जिसमें बोट की खामियों को बताया गया था–

लखनऊ से खरीदी बोटों को कनाडा का बताकर अधिकारी कर रहे लाखों का भ्रष्टाचार !

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