कानपुर रोड स्थित साक्षरता निकेतन के दो दर्जन से अधिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा करने से साथ ही जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे इन कर्मचारियों की मांग थी कि उनकी बढोत्तरी किये जाने के साथ ही पीएफ का
पैसा भी जमा कराया जाए। राज्यपाल के पूर्व ओएसडी एवं इण्डिया लिट्रेसी बोर्ड के चेयरमैन सेवानिवत्त आइएसएस अधिकारी जीबी पटनायक की अध्यक्षता में इण्डिया लिट्रेसी बोर्ड, राज्य संसाधन केन्द्र व जन षिक्षण संस्थान के बोर्डो की बैठक चल रही थी। इसी दौरान यहां के दो दर्जन से अधिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने हंगामा शुरू कर दिया।

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कर्मचारियों का नहीं बढ़ा मानदेय

  • कर्मचारियों का कहना है कि इस मंहगाई के दौर में भी उन्हें पांच हजार से कम मानदेय दिया जा
    रहा है।
  • इसके बावजूद उनके वेतन से पीएफ की कटौती की जाती है लेकिन जमा नही किया जा रहा है।
  • इन कर्मचारियों ने मांगे न माने जाने तक धरना जारी रखने की धमकी दी।
  • लेकिन इसी दौरान साक्षरता निकेतन प्रशासन ने सरोजनीनगर पुलिस को बुला लिया।
  • जिसके बाद बोर्ड के चेयरमैन जीबी पटनाय बैठक छोडकर चले गये।
  • कर्मचारियों का कहना है कि यहां के तैनात अधिकारी अपना वेतन और सुविधाए बढ़ा लेते है।
  • लेकिन जब वह अपने मानदेय की बात करते है तो अधिकारी यह कहकर उन्हें चुप करा देते है कि संस्था घाटे में चल रही है।
  • लेकिन कर्मचारियों का तर्क है कि जब संस्था घाटे में है तो अधिकारियों को भी संस्था की कार से चलने के बजाए अपनी निजी कार से चलना चाहिए।

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लेबर कमिश्नर की भी नही चली

  • कुछ दिन पहले लेबर कमिश्नर ने यहां आकर सभी कर्मचारियों से उनके मानदेय की जानकारी ली थी।
  • इसके बाद लेबर कमिश्नर ने उन्हें मानदेय बढ़ाने जाने का आश्वासन दिया था।
  • और साक्षरता निकेतन प्रशासन  को भी मानक से कम मानदेय देने पर कार्रवाई करने की बात कही थी।
  • लेकिन लम्बा समय बीत जाने के बाद भी संस्थान द्वारा उनका मानदेय नही बढ़ाया गया।

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