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कहा जाता है कि जब हौसले बुलंद हो तो कामयाबी तो मिलती ही है। ऐसा ही काम कर दिखाया राजधानी लखनऊ के युवाओं ने। इन युवाओं ने शहर के 32 अलग-अलग स्थानों पर 32 प्रकार के नुक्कड़ नाटकों का मंचन करके ‘यूपी 32’ का रिकॉर्ड बना डाला। इन युवाओं ने Uttarpradesh.org से बातचीत के दौरान बताया कि यूपी 32 नुक्कड़-नाटकों का मंचन शहर की यातायात संख्या होने के कारण किया है। इस कार्यक्रम के जरिये लोगों को बुजुर्गो के साथ दुर्व्यवहार न कर उनका सम्मान करने के साथ यातायात के बारे में स्कूलों और सामान्य वर्ग के नागरिकों में संदेश दिया गया।

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लखनऊ को सुरक्षित और जिम्मेदार बनाने की कर रहे कोशिश

Innovation for Change

  • लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे समाजसेवी हर्षित सिंह ने बताया उनकी टीम ‘इनोवेशन फॉर चेंज’ एक सामाजिक और सांस्कृतिक ग्रुप से जुड़ी है।
  • यह ग्रुप रचनात्मक कौशल के माध्यम से समाज की समस्याओं के खिलाफ अपनी आवाज उठाकर लोगों को नुक्कड़-नाटक के जरिये जागरूक करता है।
  • यह ग्रुप बच्चों को बुजुर्गों के साथ जोड़ाकर बुजुर्गों के लिए एक जिम्मेदार व सुरक्षित शहर बनाने की कोशिश कर रहा है।

यहां किये नुक्कड़-नाटक

  • हर्षित ने बताया उनकी टीम के कलाकारों में जगदीश, कुलदीप, आशीष, प्रवीन, रोहित, संजय, पल्लवी, सचिन, ज्योति, अनिवेश, अमर, अंजलि, अभिषेक, इलियास,प्रदीप्त, विशाल ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई।
  • नुक्कड़ नाटक के मंचन की शुरुआत अवध कॉलेजिएट, दरोगा खेड़ा से हुई इसके उपरान्त लखनऊ के सभी विशेष स्थानों जैसे भूल भुलैया, रूमी गेट, अलीगंज, जानकीपुरम, इंदिरानगर, गोमतीनगर, 1090 चौराहा, चारबाग, हजतगंज के जी.पी.ओ गांधी प्रतिमा तक 32 नाटकों को सफलतापूर्वक किया गया।

यूपी 32 का बना ऐतिहासिक रिकॉर्ड

  • शहर के यातायात विभाग से पहचाने जाने वाले यूपी 32 के नाम से इस ग्रुप ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड के रूप में ‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’, ‘इंडियन बुक ऑफ रिकार्ड्स’ और मार्वलेस रिकार्ड्स बुक ऑफ इंडिया’ में दर्ज किया गया।
  • इस नुक्कड़ नाटक में ढोलक और ढपली की थाप थी और साथ ही साथ गिटार की धुन भी गूंजी।
  • कुछ नए पुराने मौलिक गीतों के द्वारा बुजुर्गों की सामाजिक समानताओं की बात हुई।
  • इनोवेशन फॉर चेंज पिछले तीन सालों से बच्चों के बीच में जाकर उनके लिए कार्यरत है।

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