आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर एक व्यक्ति की परेशानी लिखी है। इसमें उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है कि आज मेरे मोहल्ले के एक रिटायर्ड व्यक्ति मेरे पास आये और बताया कि कल एक ट्रैफिक वाले ने उन्हें पार्क रोड, लखनऊ के पास हेलमेट नहीं पहनने के नाम पर 15,800 रुपये लूट लिया।

जिसमे उनकी जेब में पड़े 9,800 के साथ दो एटीएम से निकाले गए 5,000 रूपये तथा 1,000 रुपये शामिल थे। उन्होंने बताया कि उस ट्रैफिक वाले ने उस दौरान पूरे समय उनके साथ दुर्व्यवहार किया जिससे उनका बीपी बढ़ गया और रात भर सो नहीं सके। मोहल्ले के लोगों के बताने पर वे मेरे पास आये। मैंने उनका प्रार्थनापत्र लिखवा कर एसएसपी लखनऊ के पास एफआईआर लिखवाने भेजा है।

उन्होंने बताया कि गिरीश चन्द्र त्रिपाठी निवासी 5/559, विराम खंड, गोमतीनगर, लखनऊ के अनुसार कल 28 अप्रैल 2017 को पार्क रोड पर उनके साथ ट्रैफिक के एक अफसर श्री सिंह द्वारा खुलेआम लूट की गयी और इस दौरान अत्यंत ही निंदनीय व्यवहार किया गया। वे एनटीपीसी, उत्तरकाशी से रिटायर्ड अफसर है और लखनऊ में अपनी पत्नी चंद्रा त्रिपाठी के साथ रहते हैं।

उनके अनुसार जब वे किसी काम से पार्क रोड, लखनऊ अपनी एक्टिवा स्कूटी संख्या UP32DZ 8250 से जा रहे थे तो करीब 01.00 बजे एक ट्रैफिक पुलिस के सिपाही ने रोक कर हेलमेट नहीं पहनने के नाम पर 25,000 जुरमाना मांगा और अंत में बिना कोई रसीद काटे 15,800 रुपये ले लिए जिसमे नरही और पार्क रोड में दो एटीएम से निकाले गए पैसे भी शामिल हैं।

पीड़ित के मुताबिक सिपाही ने सफ़ेद रंग की वर्दी और खाकी रंग का पेंट पहना था और वे मोटरसाइकिल से थे जिसका नंबर मैं नोट नहीं कर पाया। उन्होंने मुझे कहा कि आपने हेलमेट नहीं पहना है, आपकी गाड़ी सीज होगी और आपको 25,000 जुरमाना लगेगा।

मैंने उनसे कहा कि हेलमेट नहीं लगाने पर 25,000 जुरमाना कैसे लगेगा तो उन्होंने कहा कि वे इस मामले में और भी धाराएँ लगायेंगे जिसपर उतना जुर्माना लगेगा। उन्होंने कहा कि मैं एक रास्ता बता रहा हूँ, आप मुझे रु० 15,000 दे दीजिये, मैं इसे सरकारी खजाने में जमा कर दूंगा और आपकी बचत हो जायेगी। इसके बाद सिंह ने मुझे स्कूटी के पास छोड़ा और मुझे कहा कि अब चुप चाप यहाँ से भाग जाओ।

इस पूरी घटना से मैं बहुत भयभीत और परेशान हो गया था। उस व्यक्ति ने पुलिस अफसर होने के बाद भी ऐसा घटिया और ओछा काम किया। उस पूरी अवधि में मेरे साथ बहुत ही बदतमीजी से बात की और मुझे लगातार मानसिक प्रताड़ना देते रहे।

इस प्रकार खुलेआम अपने पद का दुरुपयोग कर मुझसे पैसे लूटने की घटना से मैं बेहद आहत और परेशान हूँ और मेरा व्यवस्था से भरोसा उठता दिख रहा है। अपने साथियों के बताये जाने पर आज त्रिपाठी अपने मोहल्ले के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर से मिले जिन्होंने एसएसपी लखनऊ को पत्र लिख कर तत्काल इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए अन्य वैधानिक और प्रशासनिक कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।

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