69वां गणतंत्र दिवस आज धूमधाम से देश के हर कोने में मनाया जा रहा है. दिल्ली में राजपथ पर अलग ही नजारा दिखाई दे रहा है. 10 आसियान देशों के प्रमुखों के बीच आज गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन किया गया है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में भी इसकी धूम दिखाई दे रही है. तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान और इसके साथ ही तरह-तरह के कार्यक्रम स्कूल, कॉलेजों और हर संस्थानों में आयोजित किये गए हैं. इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक मदरसे में भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडातोलन किया गया लेकिन इसको लेकर विवाद तब बढ़ गया जब लोगों ने देखा कि झंडे में अशोक चक्र ही नहीं है.

शिक्षा राज्य मंत्री की फिसली जुबान

अलीगढ़ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने 69वां गणतंत्र दिवस की जगह 59वां गणतंत्र दिवस बोल दिया. शिक्षा राज्य मंत्री को शायद पता नहीं था कि कौन सा गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह संबोधन में भटके और 69वें की जगह 59वें गणतंत्र दिवस की बधाइयां दी. इसके बाद फिर क्या था, विपक्षी दलों से लेकर कई अन्य लोगों ने भी सोशल मीडिया पर बीजेपी को ट्रोल करना शुरू कर दिया. कुछ का कहना था कि बोलने के क्रम में मंत्री शायद सही से 69वां नहीं बोल पाए जबकि कुछ लोगों ने ये भी कहा कि मंत्री को असल में मालूम ही नहीं था कि कौन सा गणतंत्र दिवस है.

मदरसे पर बिना चक्र के लहराता मिला झंडा

बस्ती जिले में के मदरसे पर झंडे का अपमान का मामला सामने आया है. बिना अशोक चक्र के तिरंगे को फहराने का ये मामला सामने आया और मीडिया की टीम पहुंचने के बाद इस झंडे को उतारा गया. मदरसे के ऊपर लगे झंडे में अशोक चक्र नहीं था. स्थानीय लोगों के अनुसार, अनजाने में ऐसा होने की बात कही गई. आनन-फानन में मदरसे के लोगों ने झंडे को उतारा. वहीँ कासगंज में तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर दो पक्षों में हुआ तनाव का मामला भी सामने आया है. ख़बरों के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ है.

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