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बिजली की चमक से चमका जमापुर गांव

jamapur village shines with lightning of lightning

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आजादी के बाद जमापुर गाव में बिजली आने से ग्रामीणों के चहेरो पर खुशी दिखाई दी। जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आयी तभी बिजली विभाग के अधिकारियो ने इस गाव की सुध आयी अभी तक किसी भी सरकार व स्थानिय नेताओं ने इस गांव की ओर  ध्यान नहीं दिया। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही बिजली विभाग कुम्भकर्ण  की नींद से जागा। सरकार बनते ही सिर्फ पांच महिने के भीतर की गांव में विधुती का काम होना शुरु हो गया। गांव के चारों ओर फैलते तार को देखकर गांव वाले खुशी से झुम गये।

कई साल बाद खुली जिलाप्रशासन की नींद

जिले में आजादी के बाद मुख्यालय से मात्र 6 किलोमीटर दूर ग्राम सभा बदनपुर के मौजा जमापुर गांव में बिजली की लाइन नही थी। लेकिन लोगो के बिजली के विल लगातार आ रहे थे।आपको बताते चले इस गाँव में २० साल पहले बिजली आई थी। गंगा की कटरी में बाढ़ आने से बिजली के कुछ खम्बे बह गये । जिसके बाद बिजली विभाग अपनी लापरवाही की नीद में सो गया ।और इस गाँव की बिजली चालू कर भूल गया । २० साल बाद नीद खुलने के बाद अब जाकर इस गाँव की बिजली चालू हो पाई है । चार पांच माह से बिजली आनी शुरू हुई है।

महिलाएं भी कर रहीं है सीएम की सराहना

उससे पहले लोग सुबह मिटटी के तेल से जलने वाली कुप्पी व लालटेन से दिन की शुरुआत करते थे।बच्चे भी देर रात तक पढाई नही कर पाते थे।जिन युवाओं की शादी हो जाती थी उसमें मिलने वाले दहेज के बिजली वाले उपकरणों को कमरे में बंद करके रखा जाता था।लेकिन जबसे बिजली गांव में आई है तो लोगो ने अपने घरों में इन्वेंटर भी लगवा लिए है।सभी के घरों में टीवी चलती दिखाई दे रही है।

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भाजपा सरकार ने जो बायदा किया था इस गांव में बिजली पहुँचने से यह मालूम पड़ रहा है कि सरकार काम करा रही है।लोग इस समय सुबह चार बजे स्वयं उठकर घर का काम करने के साथ बच्चों को भी उठा देते है जिससे उनकी पढ़ाई अच्छी तरह से होना शुरू हो गई है।

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पहले गांव में अंधेरा होने की बजह से लोग समय से नही उठ पाते थे दूसरी तरफ सूर्य डूबने के बाद लोग अपने घरों में पहुँच जाते थे।लेकिन बिजली आने से लोग रात के 10 बजे तक गलियों में एक दूसरे से चर्चा करते दिखाई दे रहे है। यह गांव इटाबा बरेली हाइबे के पास बसा हुआ है।लेकिन किसी सरकार ने इस गांव की तरफ ध्यान नही दिया था।हर चुनाव में यहां के वोटरों ने बहिस्कार किया था लेकिन किसी भी राजनेता ने इस गांव को रोशनी देने के लिए कोई कदम आगे नही बढाया था।आज की गांव उस स्थित में है कि लोगो के चेहरों पर खुशी दिखाई दे रही है।जो आने वाले समय के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा।

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आखिर क्यों बंचित रहा रोशनी से-इस गांव में कुछ सालों पहले बिजली की लाइन डाली गई थी। लेकिन कुछ समय बाद ही लाइन को उतार लिया था।जिससे गांव में अंधेरा फैल गया उसके साथ बिजली के विल लगातार आने लगे। जिसको लेकर गांव वालों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक प्रार्थना पत्र दिए तब कही जाकर उन गांव वालों को निजात मिल सकी थी। लेकिन बिजली फिर भी नशीब नही हुई थी

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