चर्चित जवाहर बाग कांड में यूपी पुलिस के रवैये ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. मथुरा कांड के लिए जिम्मेदार रामवृक्ष यादव के विवेक यादव को केवल इसलिए जमानत मिल गई कि यूपी पुलिस 90 दिनों के अन्दर आरोपपत्र दाखिल नहीं कर पायी. एक ओर इस हिंसा में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और SHO संतोष कुमार शहीद हो गए, वहीँ यूपी पुलिस का रवैया इस कदर लचर रहा कि मथुरा कांड के सूत्रधार विवेक यादव के खिलाफ आरोप पत्र ही दाखिल करने का वक्त पुलिस को कम पड़ गया.

रामवृक्ष के बेटे विवेक को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अल्पना शुक्ला ने सशर्त जमानत का आदेश दिया. पूरे प्रकरण में यूपी पुलिस की लापरवाही सामने आई है.

रामवृक्ष यादव का बेटा है विवेक:

उत्तर प्रदेश के मथुरा के बहुचर्चित जवाहर बाग काण्ड में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसएचओ संतोष यादव शहीद हुए थे. इस प्रकरण के मुख्य आरोपी राम वृक्ष यादव के बेटे विवेक यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

बता दें कि आई टी सेल के मास्टर माइंड विवेक यादव को राजनारायण की निशानदेही पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

तीन साल से धरने के नाम पर कब्ज़ा:

  • उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में जवाहर बाग में कुछ यूनियन के लोगों ने कब्ज़ा कर रखा था.
  • कब्जे को खाली करने गयी पुलिस टीम पर वहां रह रहे लोगों ने अवैध असलहों से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी.
  • इस फायरिंग में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एसएचओ फरह संतोष कुमार समेत 4 सिपाही घायल हो गए थे.

एसएसपी सिटी की हुई मौत:

  • मथुरा में जवाहर बाग विवाद में घायल एसएचओ की मौत के बाद अब मथुरा के एसएसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की भी मौत हो गयी है।
  • गौरतलब है कि, जवाहर बाग के अतिक्रमणकारियों द्वारा की गयी फायरिंग में घायल एसएचओ संतोष कुमार की भी मौत हो गयी थी।
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