आईआईटी कानपुर ने रविवार को जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया। इस बार राजधानी के उत्कर्ष गुप्ता ने इस परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 431 रैंक हासिल किया है। वहीं जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के छात्र इशांक श्रीवास्तव ने 598 रैंक हासिल किया है। यूपी से सात बच्चों ने 1000 में रैंक हासिल किया हैं।

देश के सर्वोच्च तकनीकी संस्थान आई‐आई‐टी. में प्रवेश हेतु आई.आई.टी. द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में फिटजी लखनऊ के छात्रों ने विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी लखनऊ में अपनी सफलता का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर फिटजी एवं अपने अभिभावकों का नाम शहर ही नहीं अपितु प्रदेश में भी रोशन किया। विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी फिटजी लखनऊ ने अपने उत्कृष्ट परिणामों की श्रृंखला को जारी रखते हुए न केवल ए.आई.आर. 1000 के अन्दर दो रैंक प्राप्त किये बल्कि शहर में अपना परचम लहराते हुए सिटी रैंक 1, 2, 4, 5, 6, 7, 8……….. अपने नाम किया।

उत्कर्ष गुप्ता ने इस परीक्षा में प्रथम स्थान 431 रैंक के साथ लखनऊ शहर के टाॅपर रहे। वहीं शहर में छात्राओं मुस्कान अग्रवाल 1730 रैंक के साथ लखनऊ शहर की टाॅपर रहीं। वहीं शहर में द्वितीय स्थान पर इशांक श्रीवास्तव 598 रैंक, चतुर्थ स्थान पर आयुष सिहं 1017 रैंक, पंचम स्थान पर अस्तित्व चौधरी 1044 रैंक छठे स्थान शुभांग पांडे 1226 रैंक, आदि कुल 200 से अधिक छात्रों ने सफलता प्राप्त करके फिटजी लखनऊ के सफल छात्रों की सूची में अपना नाम अंकित किया।

फिटजी लखनऊ संस्था प्रमुख एन के दूबे ने बताया कि इस वर्ष जेईई एडवांस की परीक्षा आई.आई.टी. कानपुर ने सम्पादित कराई। जेईई एडवांस प्रवेश परीक्षा 20 मई को आयोजित की गई थी। उपर्युक्त छात्रों ने जेईई (मेन) की परीक्षा में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करके लखनऊ ही नहीं अपितु प्रदेश में फिटजी लखनऊ का नाम रोशन किया था। अब सफल छात्रों की काउन्सलिंग जोसा की बेवसाइट पर दिनांक 15 जून से शुरू होगी जहाँ छात्र अपनी रैंक के आधार पर अपनी संस्था एवं कोर्स का चयन कर सकेंगे।

जिसके आधार पर आई.आई.टी, एनआईटी, आईआईआईटी एवं राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश के लिए छात्र अर्ह होंगे साथ ही फिटजी संस्थान के बारे में चर्चा करते हुए एन के दूबे ने बताया कि फिटजी लखनऊ से विगत कई वर्षों के सारे कीर्तिमानो को ध्वस्त करते हुए लगभग 50 प्रतिशत छात्र इस वर्ष उपरोक्त परीक्षा में चयनित हुए। फिटजी लखनऊ की इस सफलता का श्रेय एन के दूबे ने छात्रों की मेहनत, संस्था की पूरी टीम एवं छात्रों के अभिभावकों को दिया।

शहर में हर वर्ष सबसे ज्यादा छात्र इसी संस्थान से चयनित होते है साथ ही दूबे ने बताया कि संस्था द्वारा आयोजित टेस्ट सीरिज एवं संस्था के प्रशिक्षकों द्वारा सांइटिफिक तरीके से कक्षा में विषय का अध्ययन अध्यापन ही इन छात्रों की सफलता का सबसे बड़ा राज़ है। उन्होंने सफल छात्रों को बधाई देते हुए इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। फिटजी लखनऊ के सफल छात्रों ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने कुशल प्रशिक्षकों एवं अभिभावकों को दिया।

उत्कर्ष ने बताया कि वह क्लास 9th से ही तैयारी करने लगा था। जिसके बाद JEE के नोट्स सोल्व किया फिर मैंने एग्जाम दिया। उत्कर्ष ने बताया उसने अपने दोस्तों के साथ एक व्हाटसप ग्रुप बना रखा था जिसमे वह और उसके दोस्त अलग-अलग पैटर्न के सवाल भेजते थे जिसको सब सोल्व करते थे। इस बार का फिजिक्स का पेपर सरल था। उत्कर्ष के पिता इलाहाबाद में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। उत्कर्ष को जेईई मेन्स में 260 अंकों के साथ 1073 रैंक मिली थी। सीएमएस गोमतीनगर से पढ़ाई करने वाले छात्र उत्कर्ष को 10वीं सीएमएस गोमती नगर से 94.8 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण किया था। पापा गोविंद लाल गुप्ता ड्रग इंस्पेक्टर हैं और मां वीना गुप्ता गृहणी हैं।

इशांक का सिविल सेवा में जाने का मन

जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के छात्र इशांक श्रीवास्तव ने 598 रैंक हासिल किया है। इशांक के पिता राजेश श्रीवास्तव एक निजी कम्पनी में प्रबंधक हैं। मां गीता श्रीवास्तव गृहणी हैं। इशांक ने अपने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की है। इशांक कहते हैं कि 10वीं तक वह सिविल सेवा परीक्षा में जाने का मन बना रहे थे। लेकिन, अब चार साल बीटेक करने के बाद दो साल मैनेजमेंट की पढ़ाई करनी है।

शहर के ये बच्चे रहे टॉपर

उत्कर्ष गुप्ता ने इस परीक्षा में प्रथम स्थान 431 रैंक के साथ लखनऊ शहर के टाॅपर रहे। वहीं शहर में छात्राओं मुस्कान अग्रवाल 1730 रैंक के साथ लखनऊ शहर की टाॅपर रहीं। वहीं शहर में द्वितीय स्थान पर इशांक श्रीवास्तव 598 रैंक, चतुर्थ स्थान पर आयुष सिहं 1017 रैंक हैं, इसके आलावा पंचम स्थान पर अस्तित्व चौधरी के छठे स्थान शुभांग पांडे 1226 रैंक समेत कुल 200 से अधिक छात्रों ने सफलता प्राप्त करके लखनऊ के सफल छात्रों की सूची में अपना नाम अंकित किया हैं।

1. सिटी टॉपर उत्कर्ष गुप्ता अपने परिजनों के साथ रैंक-431

सिटी टॉपर उत्कर्ष गुप्ता ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने नोट्स को लगातार दोहराया और साथ ही कठिन सवालों को हल करने के लिए अलग से ट्रिक सिस्टम पर काम किया। इस विधा के जरिए कम समय में बेहतर ढंग से अधिकाधिक सवालों को कर सका। विनीत खंड निवासी उनके गोविंदा लाल और वीणा गुप्ता अपने बेटे की इस सफलता पर काफी प्रसन्न हैं। उसकी आॅल इंडिया रैंक 431 है और कुल 360 में से 237 अंक हासिल किए। विषयवार उसके फिजिक्स में 97, मैथ में 75 और केमिस्ट्री में 65 अंक हैं। उत्कर्ष की यही इच्छा है कि रैंक के मुताबिक आईआईटी कानपुर मिले और आगे वो करियर में सफल साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। उसके बाद यदि सब ठीक रहा तो सिविल सेवा में भी जाने की कोशिश करेंगे।

2. ईशांक श्रीवास्तव रैंक-598

पहली ही कोशिश में सेकेंड सिटी टॉपर ईशांक श्रीवास्तव ने जेईई एडवांस परीक्षा में आॅल इंडिया 589 रैंक हासिल की। उनके 360 में से 227 अंक औ फिजिक्स में सबसे अधिक 90 अंक हैं। ईशांक के पिता उत्तराखंड में एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं और मां गीता गृहिणी हैं। वो इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल ट्रेड से दिल्ली आईआईटी से बीटेक करना चाहते हैं। उनकी यही इच्छा है कि बीटेक के बाद अच्छे संस्थान से एमबीए करें और खुद अपना स्टार्ट अप शुरू करें।

3. आयुष सिंह रैंक-1017

रूड़की आईआईटी से इलेक्ट्रिकल कम्यूनिकेशन ट्रेड करना चाहता हूं, पहली ही कोशिश में उम्मीद के मुताबिक सफलता मिली। यह कहना है कि आयुष सिंह का। पिता डॉ. राकेश सिंह और मां डॉ. पूनम दोनों पेशे से चिकित्सक हैं। आयुष का फिजिक्स में सर्वाधिक 93 अंक है।

4. दिव्यांश सिंह रैंक-1403

आॅल इंडिया 1403 रैंक प्राप्त करने वाले लखनऊ के दिव्यांश सिंह का कहना है कि परीक्षा के दौरान उन्होंने थोड़ा प्रेशर ले लिया था जिससे और बेहतर रैंक नहीं आ सकी। हालांकि उन्हें रैंक के मुताबिक कानपुर आईआईटी मिल गया तो वो आगे बढ़ जाएंगे। पिता डॉ. संजय कुमार चिकित्सक हैं और मां डॉ. ज्योत्सना वैज्ञानिक हैं। उनके 360 में से 202 अंक हैं। दिव्यांश ने बताया कि वो कानपुर आईआईटी से ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं।

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