लखनऊ। मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में लगे होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक टीवी चैनल को दिये गये इंटरव्यू में कहा है कि भारत में जिन्ना को सम्मानित नहीं किया जा सकता है। ”जिन्ना ने देश का बंटवारा किया। हम कैसे उन्हें सम्मानित कर सकते हैं। मैंने अलीगढ़ में हुई हिंसा को लेकर रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट आने के बाद हम कार्रवाई करेंगे।”

राष्ट्रपति का कार्यक्रम हुआ रद्द

वहीं AMU में भड़की हिंसा के बाद छात्र संघ ने सांसद के खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की है। छात्र संघ ने फोटो हटाने की सांसद की मांग को खारिज करने के साथ ही यूनिवर्सिटी में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। कार्यक्रम में आज हामिद अंसारी को यूनियन की आजीवन सदस्यता दी जानी थी।

पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर बवाल

बता दें स्थानीय बीजेपी सांसद सतीष गौतम ने AMU के वाइस चांसलर को चिट्ठी लिखकर पूछा था कि क्या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है? अगर, जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है तो किस विभाग में और किन कारणों से लगी है वह कारण बताएं। साथ में यह भी बताएं कि AMU में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर का लगा होना कितना तार्किक है? जानकारी के मुताबिक,बुधवार (2 मई) को भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को यूनियन की आजीवन सदस्य्ता दी जाएगी। इसी कार्यक्रम की वजह से यूनियन हॉल की सभी तस्वीरों को साफ किया गया था।

गहराता जा रहा जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद, हटाई गई

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विवाद गहराने के बाद मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर यूनियन हॉल से हटा दी गई। बाद में यूनियन के सभी गेटों पर ताला जड़ दिया गया। किसी को अंदर आने-जाने से रोक दिया गया। यूनियन गेट पर ताला और जिन्ना की तस्वीर हटाए जाने को लेकर यूनियन के उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर ने कहा कि अभी सफाई का काम चल रहा है। सफाई की वजह से जिन्ना समेत कई और तस्वीरों को हटाया गया है। सफाई काम पूरा होते ही जिन्ना समेत सभी तस्वीरों को वापस अपनी जगह लगा दी जाएगी।

अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीष गौतम ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा था?

सेवा में,

“कुलपति”
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय,
अलीगढ़

महोदय, 
आज सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह तस्वीर एएमयू के किस विभाग में और किन कारणों से लगी हुई है।

कृपया इस संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मुझे अवगत कराने का कष्ट करें, साथ ही उन कारणों का भी उल्लेख करें जिनकी वजह से यह तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगाने की मजबूरी बनी हुई है, क्योंकि संपूर्ण विश्व जानता है कि मोहम्मद अली जिन्ना भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के मुख्य सूत्रधार थे और वर्तमान में भी पाकिस्तान द्वारा गैर जरूरी हरकतें लगातार जारी हैं। ऐेसे में जिन्ना की तस्वीर एएमयू में लगाना कितना तार्किक है।

सधन्यवाद
सतीष कुमार गौतम 
सांसद (अलीगढ़)

100 लोगों को दी जा चुकी आजीवन सदस्यता

जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ यूनिवर्सिटी की यह परंपरा है कि जिन छात्रों को आजीवन सदस्यता प्रदान की जाती है, उनकी तस्वीर यूनियन हॉल में लगाई जाती है। 1938 में यूनिवर्सिटी की तरफ से मोहम्मद अली जिन्ना को भी आजीवन सदस्यता दी गई थी। अब तक देश और विदेश के करीब 100 लोगों को छात्रसंघ की तरफ से आजीवन सदस्यता दी जा चुकी है। इन सभी लोगों की तस्वीर यूनियन हॉल में लगी हुई है। लेकिन सांसद संतोष गौतम की चिट्ठी के बाद एकबार फिर से AMU को लेकर राजनीति गरमा गई है। अलग-अलग दल के नेता और संगठन अलग-अलग बयान दे रहे हैं।

ये भी पढ़ेंः 

कर्नाटक: कांग्रेस ATM के रूप में कर्नाटक का उपयोग कर रही: CM योगी

राहुल दलित के घर जाए तो दलित प्रेमी, अमित शाह जाए तो गलतः राम विलास

वाराणसी में 70 हजार से ज्यादा LPG कनेक्शन लगें: धर्मेंद्र प्रधान

भाजपा विधायक ने की सपा सांसद की तारीफ़, सपाइयों ने लगा दिए पोस्टर

जीरो रिजल्ट वाले स्कूलों में सर्वाधिक 27 स्कूल गाजीपुर के

कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर CEO ने बुलाई मीटिंग 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें