समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने uttarpradesh.org से हुई ख़ास बातचीत में अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को लेकर चल रहे विवाद पर कुछ नये खुलासे किये हैं. इसके साथ ही जूही सिंह ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा.

अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को लेकर भाजपा पर हमला:

जूही सिंह ने हमारे संवाददाता को बताया कि अखिलेश यादव के अपनी प्रेस वार्ता के दौरान टोटी लेकर जाने के पीछे का कारण भाजपा की निम्नता को दर्शाती हैं. 4 दिन तक हम कुछ नहीं बोले, अफवाह फैलाई गयी कि बंगले में टोटियां नहीं थी, टाइल्स उखाड़े गये, एसी उखाड़े गये. यहाँ तक की टर्किश स्टाइल का स्विमिंग पूल था, जो की वहां नहीं था.

उन्होंने सवाल किया कि जो चीज़े हमने खुद से लगवाई हैं, जैसे एसी या जिम तो क्या उन्हें ले जाने का अधिकार हमे नहीं हैं.?

उन्होंने कहा कि इस समय हम कटघरे में खड़े हैं, तो राज सम्पत्ति विभाग को उस लिस्ट की जांच कर लेनी चाहिए जिसके हिसाब से हम बंगले में शिफ्ट किये थे, वो चीज़े वहां मौजूद हैं कि नहीं इस बारे में सरकार को खुलासा कर लेना चाहिए.

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इसके अलावा सपा प्रवक्ता ने राज्यपाल के लिखे खत पर कहा कि गवर्नर साहब बहुत सारी चिट्ठियां बहुत सारे अधिकारियों के बारे में लिख रहे हैं. उन वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शिकायत की हैं, इस पर भी जांच करनी चाहिए. साथ ही ये भी जांच करवाएं कि इस बंगले की ये हालत क्यों हुई.

भाजपा उपचुनावों के बाद डर गयी:

उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब भारतीय जनता पार्टी की अखिलेश यादव को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि 4 उपचुनावों में मिली हार के बाद भाजपा डर गयी हैं.

इसके अलावा अखिलेश के सरकारी बंगले में स्विमिंग पूल के टूटे होने की बात पर जूही सिंह ने बड़ीं जानकारी देते हुए कहा कि वहां स्विमिंग पूल था हीं नहीं.

इतना ही नहीं उन्होंने बंगले में बने साइकिल ट्रैक के टूटे होने के मामले में जवाब देते हुए राज्य सरकार से सवाल किया. उन्होंने कहा कि साइकिल हमारा चुनावी निशान हैं. बंगले में साइकिल ट्रैक के टूटने को लेकर राज्य सरकार हमे जवाब दे.

इसके साथ ही बीते दिन स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की प्रेस कांफ्रेंस पर भी पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार के प्रवक्ता बॉडी लैंग्वेज और मुहावरों से जवाब देते हैं. क्या उनके पास तथ्य नहीं हैं?

उन्होंने कहा कि भाजपा डेढ़ साल से सरकार चला रही हैं. अपने तथ्य सामने लाये और बताये कि कितना पैसा खर्च हुआ, हमने सबकुछ वापस किया हैं या नहीं किया हैं.?

राज्य सरकार जांच कर रिपोर्ट पेश करे:

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमने अपना पैसा लगाया हैं तो हम उत्तर देंगे. इसको लेकर हमे परेशानी नहीं है. लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति किसी को बदनाम करता हैं तो आप खुद अवमानना के शिकार होते हैं.

जूही सिंह ने भाजपा को इसके लिए कोर्ट ले जाने की बात कहते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से पहले सपा इसका जवाब देने के लिए खड़ी हैं.

अखिलेश यादव के बंगला खाली करने के बाद 7 या 8 तारीख के बीच कुछ अधिकारियों को मजदूरों को लेकर बंगले में जाने की बात पर भी सपा प्रवक्ता ने तीखे शब्दों से निंदा करते हुए कहा कि इन अधिकारियों को शर्मसार होना चाहिए. इनको यूपीएससी पास करके ये काम नहीं दिया गया था.

उन्होंने कहा कि हमारे बारे में कहा जाता हैं कि अधिकारी हमारे सामने कप प्लेट उठाते थे तो बता दें कि हम उनसे उठवाते नहीं थे, वो खुद उठाते होंगे. जितना सम्मान अधिकारियों को समाजवादी सरकार में मिलता हैं उतना कही नहीं मिलता हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जांच बैठानी चाहिये कि और रिपोर्ट जारी करनी चाहिए कि आखिर क्या हुआ उस बंगले में?

सिद्धार्थनाथ सिंह प्रवक्ता, प्रतिनिधि बनने लायक नहीं: 

बीते दिन सिद्धार्थनाथ सिंह के अखिलेश के सरकारी बंगले में टूटी दिवार को लेकर उठाये गये सवाल पर आज जूही सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सिद्धार्थनाथ सिंह अभी कुछ दिन पहले घूमने के लिए यूएस गये थे, अपने उन खर्चो का हिसाब दे. किससे किससे मिले? कौन सा इन्वेस्टमेंट वहां से लाये और कौन कौन से अधिकारी साथ गये थे, इसका हिसाब दें?

उन्होंने कहा कि दीवार के पीछे कुछ नहीं था लेकिन अगर वो इस तरीके का इल्जाम लगाते है और जवाब नहीं दे पाते हैं तो उनके खिलाफ मानहानि का केस जरुर होगा.

जूही सिंह ने कहा कि सिद्धार्थनाथ सिंह प्रवक्ता और जन प्रतिनिधि बनने लायक नहीं हैं. उनके संसदीय क्षेत्र में हत्याएं हो रही हैं. उनको ये दिखाई नहीं देता. उन्होंने कहा कि जिस दिन बच्चे मरे उस दिन 3 एसी को लेकर वो चिट्ठी लिखते हैं तो इस तरह के व्यक्ति पर समाजवादी पार्टी टिप्पणी भी नहीं करती.

राज्यपाल पर टिप्पणी:

अखिलेश यादव द्वारा राज्यपाल के अंदर आरएसएस की आत्मा को लेकर की गयी टिप्पणी पर जूही सिंह ने कहा कि राज्यपाल को खुश होना चाहिए. वो आरएसएस के हैं, ये तो उनके लिए सम्मान की बात हैं.

उन्होंने कहा कि राज्यपाल ये भी बताएं कि वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा उत्पीड़न और भ्रष्टाचार को लेकर लिखी गये पत्र जो की सचिव और पियूष गोयल को भेजी गयी हैं, उस पर कार्यवाई कब होगी.

उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी जिन्होंने शिकायती पत्र लिखा हैं कि उनके परिवार सहित उनका उत्पीड़न किया जा रहा हैं, इसको लेकर भी राज्यपाल सरकार से जवाब मांगे.

क्या क्या था सरकारी बंगले में:     

जूही सिंह जिनका पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में जाना आना लगा रहता था उन्होंने बताया कि वो आवास के अंदर अखिलेश यादव के दफ्तर में जाती रहती थी. इसके अलावा घर पर भी कुछ बार गयी. उन्होंने कहा कि वहीं पूल तो निश्चित तौर पर नहीं था.

जूही सिंह ने बताया कि अखिलेश यादव अपना फर्नीचर लेकर गये हैं. इसके अलावा जिम के टूटने को लेकर बताया कि जिम का सामान शिफ्ट करने में हो सकता हैं कि टाईल्स टूट गयी होंगी लेकिन वो टाईल्स भी राज्य सरकार ने लगवाई भी नहीं थी.

लेकिन अगर राज्य सरकार इसको बड़ा मुद्दा बना रही हैं तो कह दें, समाजवादी पार्टी मिल कर वहां दोबारा टाइल्स लगवा देगी. इसको लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष कू बदनाम करने की जरूरत नहीं हैं.

राज्य सम्पत्ति विभाग से माँगा जवाब:

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सम्पत्ति विभाग जो की अभी तक इस मामले में चुप हैं वो हमे बताये कि हमने कौन सा सरकारी सामान क्षतिग्रस्त किया है? विभाग ये भी बताये कि उन्होंने कितना काम किया था और कितना पैसा लगा था. वो 8 दिन से क्यों चुप क्यों हैं.

मीडिया को बंगला खाली होने के कई दिन बाद दिखाए जाने को लेकर सपा प्रवक्ता ने कहा कि ये भाजपा का चरित्र है. उन्होंने कहा कि मीडिया ने जो देख वहीँ दिखाया लेकिन इसके जिम्मेदार राज्य सरकार हैं जिसने मीडिया का इस तरीके से उपयोग किया. इसके अलावा खुद कुछ जवाब भी नहीं दे रही.

उन्होंने कहा कि टूटी टोटी का रट लगाने वालो ने साबित किया की वो कितने निम्नता पर आ गये हैं. उनका उद्देश्य एजेंडा से हटाने का हैं. लेकिन हम इनमे नहीं पड़ेंगे.

2019 चुनावों पर की बात:

कन्नौज से डिम्पल की जगह अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने के फैसले पर बात करते हुए सपा प्रवक्ता ने बताया कि अखिलेश कन्नौज से चुनाव लड़ते हैं तो ये बड़े गर्व की बात हैं. साथ ही डिम्पल यादव की तारीफ़ करते हुए कहा कि वे एक बड़ी और परिपक्व नेता हैं. उनका चुनावों में बड़ा योगदान रहता हैं .

2019 में चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि उनकी बीएसपी सहित अन्य पार्टियों से बात चल रही हैं. सपा 2019 का चुनाव जरुर लड़ेगी.

आरएलडी, बसपा कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की बात पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि दलों से बात चल रही है. हम मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे.

सीटों के बंटवारे को लेकर उन्होंने बताया कि दलों की मजबूती के आधार पर मिल कर निर्णय लिया जायेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन के बाद आगामी मुख्यमंत्री कौन होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा ये भी तय कर लिया जायेगा.

संपर्क फॉर समर्थन के बदले हम शुरू करेंगे सच्चाई से समर्थन अभियान- अखिलेश यादव

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