सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों सदन में कहा था, सरकार गोवंशीय पशुओं के लिए संसाधन तो जुटा देगी, लेकिन उनके पालन-पोषण का जिम्मा आम लोगों को भी उठाना होगा। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद नगर निगम ने ये पहल की है। गोवंशीय पशुओं के लिए यह योजना तैयार करने वाला लखनऊ पहला नगर निगम बना । कुछ दिन पहले कान्हा उपवन के संचालन के को लेकर उसकी देखभाल कर रही संस्था और नगर निगम के बीच एक कोल्ड वार छिड़ा था। हालांकि बाद में नगर विकास मंत्री ने निर्देश के बाद से नगर निगम ही कान्हा उपवन का संचालन कर रहा है।

3 हजार गाय के साथ संचालित हो रहा है कान्हा उपवन

वहीं नगर निगम के इस कान्हा उपवन में इन दिनों तकरीबन 3हजार गाय है।  कान्हा उपवन को खुद नगर निगम संचालित कर रहा है। इसी दौरान अब नगर निगम गौ गास योजना का संचालित कर दी है। वहीं 15 हजार रुपये जमा करके आप सालाना अपने गांय की सेवा करवा सकते है। कांन्हा उपवन बकायदे खाता खोल कर सदस्यता देगी। इसके बदले में कान्हा उपवन आपको तुलसी का पौधा व आर्गेनिक खाद की सदस्यता भी देगी।

एक गोवंश के लिए सालाना देने होंगे 15 हजार

नगर निगम  के मुताबिक एक पशु को गोद लेने के लिए 15 हजार रुपये वार्षिक खर्च का प्रस्ताव तैयार किया था जिस मजूर कर लिया गया है। कान्हा उपवन के नाम पर यह मदद चेक से भेजी जा सकती है। यह रकम नगद भी जमा की जा सकती है। दानदाता की ओर से दी गई इस रकम से गोद ली गई गाय की एक साल तक सेवा करनी होगी।

15 हजार सालाना देकर कर सकते है गौ सेवा..

अगर आप गौ की सेवा करना चाहते है तो आप लखनऊ नगर निगम में मात्र 15 हजार सालाना देकर सेवा कर सकते है। नगर निगम आपकों सभी जुड़ी चीजों को बतायेगा।

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