बाबा बैजनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए बुधवार को कांवड़ियों का जत्था करारी से रवाना हुआ। भोले की भक्ति में झूमते कांवड़ियों के बोल बम उद्घोष से पूरा कस्बा गुंजायमान रहा। वहीं इन शिवभक्तों का कस्बे में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने स्वागत भी किया।
 कौशाम्बी और आसपास जिले से सबसे ज्यादा कांवड़िया जलाभिषेक के लिए झारखंड स्थित बाबा बैजनाथ धाम जाते हैं.
सावन का महीना शिव की पूजा का होता है। भक्तों का मानना है कि इस महीने के सोमवार को शिवालयों में गंगा जल का अभिषेक करने से सारे दुख मिट जाते हैंऔर पाप धुल जाता है। यही कारण है सावन महीना शुरू होते ही गांव-गांव से कांवड़िया विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक को निकलते हैं।

धूमधाम से रवाना हुआ जत्था:

इधर जब से सावन का महीना शुरू हुआ है। जिले के किसी न किसी हिस्से से रोजाना कांवड़ियों का जत्था बाबा बैजनाथ धाम के लिए रवाना हो रहा है। बुधवार की सुबह भी करारी कस्बे से कांवड़िया जलाभिषेक के लिए रवाना हुआ। सुबह कांवड़िया संघ के जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर केसरवानी के नेतृत्व में गेरुआ वस्त्र पहने -ऋषि जायसवाल, काकुन हेला, सोनू वर्मा, धुन्ना सरोज, छोटू चौरसिया, मुनि जायसवाल, अभिषेक, सुग्गा, राकेश विश्कर्मा, शीतल कुमार, संतोष, आदि सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त कांधे पर कांवड़ लेकर कस्बे  में जमा हुए। प्राचीन शिव मंदिर रामलीला मैदान से बैंडबाजे के साथ उनकी टोली निकली। डीजे के साथ शिवगीतों पर नाचते-गाते और बोल बम का जयघोष करते जिस भी रास्ते से निकले, लोगों ने उनका स्वागत किया।  लोगों ने उन्हें रास्ते के लिए लंच पैकेट आदि सामान भी दिया।

सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम:

सुरक्षा व्यवस्था के बीच करारी इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह ने अपने हमराहियों के साथ शिव-भक्तों को रवाना किया। इस मौके पर सुरेश जायसवाल, पंकज  चौरसिया, संजय जायसवाल, बच्चा केसरवानी, बाबूलाल, सारधा साहू, उमेशचंद्र, हरीश गुप्ता, मोतीलाल चौरसिया, कमलेश मिश्रा आदि लोगों ने विदा किया।
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