उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन की मौत के बाद मंगलवार को भी छिटपुट घटनाओं का दौर जारी रहा. जबकि सोमवार को भी कई इलाकों में आगजनी की घटनाएं हुई. कुछ बंद पड़ी कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, कहीं पुलिस ने सब्जी खरीद रहे लोगों को पीटा. हालांकि चंदन की हत्या का आरोपी शकील अभी भी फरार है, जबकि उसके घर से तलाशी के दौरान पुलिस ने देशी बम और पिस्टल बरामद की है. पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर दोषियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. वहीँ इस हिंसा के पीछे साजिश के अंदेशे ने अफसरों की नींद उड़ा दी है.

कासगंज हिंसा से निपटने का सुरक्षा खाका तैयार:

हिंसक घटनाओं व आगजनी पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने अब एक अभेद्य प्लान तैयार कर लिया है. डीएम के नेतृत्व में अन्य 120 जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ एक मंथन सभा का आयोजन किया जा रहा है. इन सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को मजिस्ट्रेटियल पावर दी गई और पूरे शहर को 60 सेक्टरों में बांटा गया है. प्रत्येक अधिकारी की 12 घंटे की ड्यूटी रहेगी. एक सेक्टर एक अधिकारी दिन में व एक अधिकारी रात में रहेगा तैनात. वहीँ सीएम योगी भी इस हिंसा के मामले पर उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कोंफेरेंसिंग कर अधिकारियों को निर्देश देंगे कि जिले में शांति व्यवस्था किस प्रकार कायम की जाये और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके.

धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे उपद्रवी

हिंसा की आग अब कासगंज शहर से निकलकर जनपद के अन्य कस्बों तक जाती दिख रही है. कासगंज शहर से 15 किलोमीटर दूर कस्बा अमांपुर में उपद्रवियों ने एक धार्मिक स्थल को छतिग्रस्त कर दिया है, जिलाधकारी एसपी मौके पर पहुंचे हैं, कस्बे में पीएसी व आरएएफ तैनात की गयी है. कासगंज शहर के बाद अब कस्बे में उपद्रवियों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है. अमांपुर थाना क्षेत्र में उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल पर तोड़-फोड़ की है.

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