Kgmu में आग लगने की घटना वैसे नयी तो नहीं है लेकिन मरीजों को नुक्सान हो जाने से मामला बड़ा हो गया। ट्रामा सेण्टर में पिछले हफ्ते घटी इस घटना से मरीजों में अब भी दहशत बनी हुई है।इस घटना के बाद भी Kgmu प्रशासन ने सबक नहीं लिया जिसका उदहारण बीते बुद्धवार को ent विभाग में शार्ट सर्किट की घटना थी। इस घटना के बाद शासन की ओर से Kgmu समेत प्रदेश के सभी अस्पतालों को आदेश दिया गया है।

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फायर उपकरण नहीं हैं अपडेट

  • आपको बता दें कि बीते शनिवार को Kgmu के ट्रामा सेंटर में भीषण आग लग गयी थी।
  • आग का कारण शार्ट सर्किट बताया गया।मामले की जांच के लिए बकायदा जाँच समिति बनी थी।
  • इस घटना के बाद शासन ने अस्पतालों में आग निरोधक उपकरण सही कराने के आदेश दिए थे।
  • साथ ही बिजली उपकरणों के रख रखाव और लोड को बढ़ने के भी निर्देश जारी हुए थे।
  • आदेशानुसार इन कामों का एक्शन प्लान बनाकर हॉस्पिटल की ओर से शासन को देना है।
  • यदि जानकारों की माने तो Kgmu के लारी कार्डियोलॉजी में भी फायर उपकरणों को अपडेट नहीं किया गया है।

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  • साथ ही शताब्दी अस्पताल और डेंटल विभाग की बिल्डिंग में भी फायर उपकरण अपडेट नहीं हैं।
  • बीते चार सालों से न्यू गेस्ट हाउस के पास लंबित पड़े वाटर टैंक और पीपलीने बिछाने का काम अब भी अधूरा है।
  • वही Kgmu प्रशासन की माने तो जल्द ही बैठक कर ट्रामा सेंटर में आपदा प्रबंधन से सम्बंधित उपकरणों की जांच की जाएगी।
  • इसकी साथ ही ट्रामा सहित पैथोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर में पहले से लगे फायर उपकरणों को अधिक प्रभावी बनाया जायेगा।

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