किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के टीजी हास्टल में लिफ्ट की समस्या कुछ नयी नहीं है।एक बार फिर अचानक बिजली गुल होने से लिफ्ट उस वक्त रुक गयी जबकि उसमें कुछ मेडिकोज जा रहे थे। सातवीं मंजिल पर फंसे मेडिकोज लगातार शोर मचाते रहे, लेकिन उनके चीखने चिल्लाने की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी। नेटवर्क न होने के कारण किसी के मोबाइल भी नहीं चल रहे थे।किसी एक साथी की कॉल हुई तो उसने घटना की जानकारी दी। इसके बाद गार्ड को बुलाकर लिफ्ट खुलवाने की कोशिश शुरु की। बड़ी मशकक्त के बाद मेडिकोज बाहर निकले लेकिन इस दौरान कुछ मेडिकोज का दम घुटने से वे बेहोश हो गए।

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अक्सर होता है ऐसा

  • kgmu के एमबीबीएस के कुछ मेडिकोज रात में लिफ्ट से सातवें तल पर अपने कमरों में जा रहे थे।
  • तभी अचानक बिजली गुल होने से लिफ्ट सातवें तल पर फंस गयी।
  • लिफ्ट रुकते ही मेडिकोज शोर मचाने लगे लेकिन, रात होने के कारण कोई सुन नही पा रहा था।
  • दुर्भाग्य से इस दौरान इन मेडिकोस के फ़ोन में नेटवर्क न आने से वो किसी को फ़ोन भी नहीं कर पा रहे थे।
  • किसी तरह एक मेडिकोज का फ़ोन लगा उसने कॉल करके लिफ्ट बंद होने की जानकारी दी।
  • इसके बाद साथियों ने गार्डो को मेडिकोज के लिफ्ट में फंसे होने की सूचना दी।
  • गार्डो ने कड़ी मशक्कत के बाद आधे घंटे बाद उसे सकुशल बाहर निकाल लिया।
  • टीजी ब्यॉयज हास्टल में रहने वाले मेडिकोज का आरोप है कि बिजली गुल होते ही आए दिन यहां पर छात्र फंस जाते हैं।
  • लिफ्ट को बिजली जाने पर जनरेटर नहीं लगा है।
  • इसके अलावा लिफ्ट चलाने के लिए लिफ्ट मैन तक नहीं रखा गया है।
  • मेडिकोज का आरोप है लिफ्ट का समय-समय पर मिटनेंस न होनेे से लिफ्ट झटके लेने लगती है।
  • केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि हास्टल मे जनरेटर लगाने की कवायद शुरू हो गयी है।
  • जल्द ही जनरेटर लगा दिया जाएगा।

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