उत्तर प्रदेश पुलिस अपने कारनामों की वजह से लगातार सुर्खियों में बना रहना आम बात हो गयी है। ताजा मामला फर्रुखाबाद जनपद के कोतवाली सदर के कोतवाली तालिबानी कोतवाल संजीव राठौर का नया कारनामा सामने आया है। जहां कोतवाल ने वहां चेकिंग के नाम पर दीवानग महिलाओं के साथ बदसलूकी की है। 

चार दिन पहले मिली थी दहेज़ में कार

कोतवाल संजीव राठौर के सहयोगी दरोगा अश्वनी समेत तक़रीबन आधा दर्जन पुलिस कर्मी चेकिंग के दौरान 2 दिन पहले शादी में मिली ओमिनी कार के पास पहुंच गए। रोड के किनारे कार खड़ी होने के दौरान कोतवाल संजीव और दरोगा अश्वनी ने जानकारी कार में बैठी महिलाओं से ली तो पता चला की कार में बैठी महिलाओं के भाई की शादी की खरीददारी करने के लिए फर्रुखाबाद आई है। कार में विकलांग महिलाओं के साथ एक भाई को गाड़ी के पास छोड़ सभी लोग बाजार करने चले गए कोतवाल ने गाड़ी के कागजात मांगे तो पता चला की गाड़ी महेज 4 दिन पहले ही खरीदी थी जो की भाई को तिलक समारोह के दौरान मिली थी।

विरोध करने पर की पिटाई

आज सभी बहनें दुल्हे को मिली गाड़ी से सभी बहने दुल्हे के साथ खरीददारी करने आ गयी लेकिन बहनों को क्या पता की फर्रुखाबाद के तालिबानी कोतवाल संजीव राठौर से आगे उनका सामना होने वाला है। कोतवाल ने गाडी की चेकिंग के दौरान महिलाओं से जमकर अभद्रता करते हुए बहनों के साथ आये भाई जबरन अपनी गाडी में बैठा कर कोतवाली ले आये और कार को अपने ड्राईवर से कोतवाली चार को मंगा लिया। वहीं घटना पर भाई अजय ने जब गाड़ी ले जाने का विरोध किया कोतवाल ने जमकर पिटाई भी कर दी। मौके पर बहनों के सामने मारपीट करने के बाद कोतवाली में जमकर पिटाई की। घबराई तक़रीबन आधा दर्जन महिलाये कोतवाली के सामने देर रात 12 बजे तक कोतवाल से अपने भाई को छोड़ने की मिन्नतें करती रही। लेकिन कोतवाल व दरोगा अश्वनी ने एक न सुनी और गाड़ी को सीज कर दिया।

मीडिया के हस्तक्षेप के बाद छोड़ा

गाड़ी के सीज करने के बाद मामले की जानकारी जब मीडिया को हुई तो कोतवाली के सामने महिलाये उग्र हो गयी। रात में महिलाये उग्र से घबराए दरोगा ने आनन फानन गाडी समेत भाई अजय कुमार को तुरंत छोड़ दिया। वहीं गाड़ी में मौजूद खरीददारी के सामन को सभी लोग काफी देर तक देखते रहे की कुछ कमी तो नहीं है। वहीं कोतवाली सदर में मीडिया के पहुंचने से पीड़ित विकलांग महिलाओं को मीडिया के पहुंचने से न्याय तो मिल गया। लेकिन एस पी म्रगेन्द्र सिंह के चहेते कोतवाल के कारनामे आए दिन सामने आते ही रहते है। इस पर कोई लगाम नहीं लगा पा रहा है। वहीं गाड़ी में मौजूद विकलांग महिला ने पुलिस कर्मियों आरोप लगाया की किसी महिला पुलिस के न होने के बाद भी जबरन कोतवाल व सहयोगी दो दरोगा ने जबरन गाडी खीच कर निकाला और अभद्रता की।

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