हिंदी भाषा अपने आप में एक समंदर है, जिसके इतिहास की थाह पाना कोई आसान काम नहीं है, हिंदी में कविताओं के लिखे जाने का इतिहास भी बेहद पुराना है। बात चाहे किसी भी युग की हो हिंदी भाषा के कवियों ने अपना एक मुकाम जरुर हासिल किया है। कबीर, प्रेमचंद, तुलसीदास, हरिवंश राय बच्चन, गुलजार, जैसे कई कवियों और लेखकों ने अपने-अपने तरीके से अपनी बात कही और अपने पाठकों तक पहुँचाई। किसी ने वीर रस की बात की, किसी ने करूण रस की तो किसी ने हास्य रस की और किसी ने प्रेम रस की। सभी की बातों को पाठकों ने पढ़ना और श्रोताओं ने सुनना पसंद किया।

बदलते समय में बदली है हिंदी साहित्य की तस्वीर:

  • हालाँकि बीच के कुछ युगों में हिंदी भाषा की काफी अवहेलना की गयी थी,
  • लेकिन एक बार फिर समय हिंदी लेखकों और पाठकों के लिए अनुकूल प्रतीत हो रहा है।
  • 21वीं सदी में भी कई लेखकों ने हिंदी में अपने विचारों को गुंथा जिन्हें लोगों ने काफी सराहा भी है।
  • बदलते परिवेश में हिंदी साहित्य की तस्वीर भी बदली है लेकिन हिंदी की आत्मा आज भी उतनी ही सरल है।
  • भारत में प्रतिभा की कोई कमी नही है, प्रांत से हिंदी कविता को लिखने और कहने वाले लोग हर रोज आ रहे हैं।
  • ऐसे ही एक नए कवि हैं, जिन्होंने हिन्दी की कविताओं के साथ एक नया प्रयोग किया है।
  • इनका नाम है “सुब्रत सौरभ”।
  • जिन्होंने हाल ही में हिंदी कविताओं की एक किताब लिखी है।
  • जिसका नाम ‘कुछ वो पल’ है।

‘कुछ वो पल’ पर एक ख़ास नजर:

  • एक नए उभरते हुए लेखक सुब्रत सौरभ ने अपनी कविताओं की एक किताब लिखी है।
  • किताब का नाम कुछ वो पल है।
  • गौरतलब है कि, पिछले हफ्ते कुछ वो पल अमेज़न के टॉप बेस्ट सेलर्स की रोमांटिक केटेगरी में लिस्टेड थी।
  • किताब की कीमत कुल 125/- रुपये है।
  • फिलहाल अमेज़न पर यह किताब आउट ऑफ़ स्टॉक हो चुकी है।
  • 26 अगस्त को प्री-आर्डर शुरू हुआ था और 9 सितम्बर को प्री-आर्डर सेल खत्म हो गया था।
  • पब्लिशर की वेबसाइट पर यह किताब उपलब्ध है।

सोशल मीडिया पर चिकन बिरयानी के नाम से हैं मशहूर:

  • किताब कुछ वो पल के लेखक सुब्रत सौरभ सोशल मीडिया पर चिकन बिरयानी के नाम से मशहूर हैं।
  • इनकी किताब “कुछ वो पल” मुख्यतः एक प्रेम कहानी है।
  • इसकी खासियत ये है कि, कवि ने अपने 50 हिन्दी कविताओं की मदद से एक लड़के की कहानी बताई है।
  • कहानी जिसमें एक लड़का अपना शहर छोड़ के दूसरे शहर पढ़ने जाता है।
  • वहाँ वो किस तरह से नए दोस्त बनाता है, उसे प्रेम होता है फिर वो किस तरह के दौर से गुजरता है।
  • अपने प्यार को पाने के लिए और आखिर में फिर उसके प्यार का क्या होता है।
  • ये शायद पहली बार है जब कविताओं के अनुक्रम से किसी प्रेम कहानी को कहा जा रहा है।

किताब के मुख्य पृष्ठ पे लिखी गई पंक्ति:

“वो हजारों में एक है, मेरी मोहब्बत का वो ईनाम है,
वो इम्तिहान है मेरे सब्र का, इसीलिए चर्चा सरेआम है।”

  • इन लाइनों से संदेश दिया जा रहा है कि, कवि अपनी प्रेमिका से कितना प्रेम करता है और उसे उस पर बेहद गर्व है।
  • ये कविता एक प्रेमी के पूरी प्रेम यात्रा को बता रही है।
  • एक प्रेमी कई तरह के दौर से गुजरता है।
  • कई बार उसे क्रोध, अवसाद, उदासीनता, प्रेम, हताशा, अकेलापन, अलगाव और परित्यागता से गुजरना पड़ता है।
  • इस किताब में सभी उम्र के लोगों को खुद से जोड़ सकने का हुनर है।
  • कवि की एक कोशिश है कि, हिंदी पढ़ने वालो को कुछ नयापन मिले।

” किससे करें हम शिकायत,
इन गलतियों की,
ये गुनाह भी अपना है,
और खुदा भी।”

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