उत्तर प्रदेश 2 अक्टूबर को खुले में शौच मुक्त प्रदेश बन चुका है. प्रदेश की योगी सरकार ने बड़े-बड़े दावों के साथ 2 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित कर दिया है। मगर दावों की जमीनी हकीकत सिर्फ कागज़ पर ही दिखाई दे रही है.

बता दें कि शौचालय निर्माण में जमकर धांधली तो हो ही रही है. मगर अचरज की बात तो यह है कि सरकारी विद्यालय में अभी तक शौचालय उपलब्ध नहीं हो पाया है. जानकर हैरानी होगी कि बाराबंकी जिले के सरकारी विद्यालय में अब तक शौचालय नहीं बनवाया गया. वहीं शिकायत करने पर जिम्मेदार अपना अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.

सरकारी विद्यालय में नहीं है शौचालय:

मामला बाराबंकी जनपद के विकास खंड त्रिवेदीगंज के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय तेजवापुर शिक्षा क्षेत्र हैदरगढ़ का हैं। जहां अब तक शौचालय नहीं बनाया गया.

स्कूल में तैनात शिक्षिका अर्चना रावत से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ ही हम सबको स्कूल में शौचालय ना होने से काफी ज़िल्लत का सामना करना पड़ता है.

ग्राम प्रधान पर लगा शौचालय निर्माण न करवाने का आरोप:

आसपास गांव बस्ती होने के चलते लोगों का आना जाना रहता है, जिससे हमें शौच को लेकर काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है, आखिर जाएं तो कहां जाएं।

वहीं इस मामले में शिक्षिका ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के खाते में पैसा आने के बावजूद प्रधान ने शौचालय का निर्माण नहीं कराया है. उन्होंने कहा कि प्रधान से बार बार शिकायत करने पर वह कहते हैं कि निर्माण मार्च के बाद होगा ।

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें