उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें चरण का फैसला होने मे अब कुछ ही घंटे शेष है। सातवे चरण के सात जिलो की 40 सीटो पर पूरी लडाई अच्छे दिन बनाम अच्छे लडको मे उलझ गई है। फैसला तो 11 मार्च को ही आयेगा लेकिन सातवाँ चरण कई लिहाज से अहम हो गया है। पूर्वांचल के तमाम बाहुबली यहाँ एक साथ किस्मत आजमां रहे है। वही सीधे तौर पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख भी दाव पर है। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन तक या यू कहें करीब 50 घंटे से ज्यादा वक्त तक बनारस में रहे। रोड शो औऱ रैलियों के जरिये उन्होने बनारस को मथ दिया। वही उनको चुनौती देने के लिये अच्छे लडको यानि सीएम अखिलेश औऱ कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी ने पूरी ताकत लगा दी।

मोदी बाबा विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिये गये तो अच्छे लडको की टीम भी वहां पहुंची। अच्छे दिनों का हवाला देकर मोदी रैलियां औऱ जनसभाएं करते रहे तो अच्छे लडको ने भी रोड शो के जरिये जबरदस्त माहौल बनाया। अच्छे लडके पूछते रहे कि मोदी जी के अच्छे दिन कहा है..राहुल बाबा तो मोदी को बुजुर्ग बता गये औऱ कह गये कि यूपी को युवाओं के हवाले कर दिया जाए। अपनी टीम के साथ लगातार तीन दिन तक अपने संसदीय क्षेत्र मे प्रधानमंत्री का चुनाव प्रचार यूपी के सियासी इतिहास मे पहली बार देखा गया। राष्ट्रवाद औऱ हिंदुत्व की झलक मोदी की पूरी प्रचार रणनीति में नजर आई तो अच्छे लडको की जोड़ी ने भी अच्छे दिन पर सवाल खडे करके मोदी को परेशान किया।बाबा विश्वनाथ औऱ काल भैरव बाबा के दर्शन के साथ गढवाघाट धाम औऱ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आवास तक मोदी ने हिंदुत्व औऱ राष्ट्रवाद का रणनीतिक माहौल तैयार किया। जवाब न केवल बनारस बल्कि पूर्वांचल के उन सभी सात जिलों की 40 विधानसभा सीटो की जनता को देना है।

सातवाँ चरण अपने आप मे बहुत विचित्र बना हुआ है। एक तरफ देश औऱ प्रदेश की तीन बड़ी शख्सियत यानि मोदी, अखिलेश औऱ राहुल मैदान मे है तो बाहुबलियों का जलवा भी कम नही है। जौनपुर मे बदलापुर से बाबा दुबे तो मडियाहूं से माफिया डान मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह मैदान में है। गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट पर दो परपंरागत दुश्मन आमने सामने है। बीजेपी से कृष्णानंद राय की पत्नी अल्का राय तो बीएसपी से माफिया डान मुख्तार अंसारी के भाई सिग्बतुल्लाह अंसारी है। चंदौली की सैयदराजा सीट से बाहुबली विनीत सिंह का मुकाबला माफिया डान ब्रजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह से है। सपा के दागी औऱ बागी विजय मिश्रा भी निषाद पार्टी से भदोही ज्ञानपुर सीट से है।

अब यह पूर्वाचंल की उस जनता को तय करना है कि वह किसके साथ जाती है औऱ किसे मजा चखाती है लेकिन सातवा चरण यूपी विधानसभा का सबसे दिलचस्प औऱ सबसे अहम चरण बन गया है।

लेखक मानस श्रीवास्तव नेशनल वायस के एसोसिएट एडिटर है।

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