राजधानी लखनऊ के चिनहट इलाके में मटियारी चौराहे पर अवैध रूप से बनाये जा रहे निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स को एलडीए अधिकारियों ने बुधवार को ध्वस्त करवा दिया। इस कॉम्लेक्स का ध्वस्तीकरण विहित प्राधिकारी न्यायालय के आदेश अनुपालन में किया गया। प्रवर्तन दल में अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्र, अवर अभियंता चमन सिंह त्यागी, कुलदीप त्यागी, एसके सिंह, ACM चतुर्थ अमित सिंह समेत चिनहट पुलिस भी मौजूद रही।

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के अर्जन नूजल अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि आज टीम के द्वारा अवैध रूप से बने कॉम्प्लेक्स का ध्वस्तीकरण किया। उन्होंने बताया कि ध्वस्तीकरण का ये काम उनके ही निर्देशन में किया गया। मौके पर वह खुद अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मौजूद रहे। हालांकि एलडीए के दस्ते को कुछ विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने समझकर सबको शांत करवा दिया।

बरी कलां और बरावन खुर्द का किया दौरा

उन्होंने बताया कि इसके अलावा वसंत कुंज समाधनपुरम योजना से संबंधित गांव बरी कलां और बरावन खुर्द का दौरा किया गया। दोनों गांवों के प्रभावित किसानों से वार्ता की गई। किसानों ने शीघ्र बढ़ी दरों पर समझौता राशि बंटवाने का आग्रह किया। किसानों को अवगत कराया गया कि नजूल भूमि पर काबिज काश्तकारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि प्राधिकरण बोर्ड से संस्तुत है, परंतु जिलाधिकारी द्वारा दर निर्धारण किया जाना है।

अतः जिलाधिकारी निर्णय होते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। किसानों ने इस बात पर जोर दिया कि बिचौलियों की बजाय सीधे कृषकों से संवाद स्थापित किया जाय। वर्तमान में सीधे गांव आ कर कृषकों से संवाद स्थापित करने पर कृषक प्रसन्न भी रहे। अधिशासी अभियंता पीके सिंह और तहसीलदार राम शंकर भी इस दौरान उपस्थित रहे। बता दें कि एलडीए में बेहद ईमानदार छवि के रूप में पहचाने जाने वाले विश्व भूषण मिश्रा इस समय ऐसे काम कर रहे हैं जो एलडीए के अधिकारियों ने घूसखोरी के चलते पिछले दसों सालों में नहीं किये। फिर चाहे वह 9 साल बाद एक पीड़ित के आवासीय भूखंड पर कब्ज़ा हो या फिर 11 साल बाद एक डाकपाल के भूखंड पर कब्ज़ा।

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