लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) ने शुक्रवार को सफलतापूर्वक ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो डिपो के भीतर 635 मीटर लंबे ट्रैक पर अपने प्रथम मेट्रो ट्रेन का टेस्ट ट्रायल परीक्षण किया। मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन 5 कि.मी. प्रति घंटे से 25 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार के बीच किया गया।
सौ प्रतिशत परीक्षण और कमीशन डिपो में है जारी
- वर्तमान में प्रक्रिया के तहत मेट्रो ट्रेन का सतत परीक्षण और कमीशन डिपो में जारी है।
- परीक्षण के अगले स्तर में आगे जाने से पहले यूरोप की विशेष प्रयोगशाला में दर्ज किए गए विभिन्न परीक्षणों और मापदंडों की पुष्टि की जाती है।
- डिपो के अंदर ट्रैक्शन (कर्षण) और ब्रेकिंग की अलग-अलग प्रणालियों का परीक्षण, अलग-अलग गति जो धीरे-धीरे घंटा 5 किमी प्रति घंटा से 90 किमी प्रति घंटा की वृद्धि तक की जाएगी।
- ट्रेन का परीक्षण संचालन विभाग की निर्धारित योजना के अनुसार किया जा रहा है।
डिपो के अंदर है विशेष ट्रैक
- परीक्षण ट्रैक मेट्रो डिपो के अंदर एक विशेष ट्रैक है, जहाँ मेट्रो ट्रेन को 50 किमी प्रति घंटा (लगभग) की उच्च गति से चला सकते हैं।
- यह विभिन्न मापदंडों का परीक्षण करने के लिए संकेत प्रणाली के माध्यम से बनाया गया एक आभासी मंच है।
- एलएमआरसी ने आने वाले दिनों में फ्रांस में एल्सटॉम के श्सेन्टर फार एक्सिीलेन्सश केन्द्र में गहन परीक्षण करने की योजना बनाई है।
कई देशों से जुटाई जा रही तकनीक
- विभिन्न प्रणालियों और उप प्रणालियों जैसे ब्रेक, मोटर्स, दरवाजों, एसी इत्यादि का एक पूर्ण अनुक्रमिक परीक्षण करने की योजना बनाई गई है।
- एकल प्रणाली के परीक्षण के बाद, अन्य प्रणालियों के एकीकरण को भी सत्यापित किया जाएगा।
- इस संबंध में एक बड़ी संख्या में अन्य प्रणालियों के लिए तकनीकी विशेषज्ञ फ्रांस, जर्मनी, इटली, कोरिया और अन्य दूसरे देशों से नियमित रूप से एलएमआरसी का दौरा कर रहे हैं।
- एलएमआरसी शीघ्र ही एलिवेटिड ट्रैक पर मेट्रो ट्रेन का परीक्षण और संचालन करने की योजना बना रहा है।