गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में दिमागी बुखार से पीड़ित मरीज को डॉक्टर्स ने बिना इलाज के ही अस्पताल के बाहर का रास्ता दिखा दिया। अस्पताल की इमरजेंसी में दिमागी बुखार से पीड़ित सलीम लगातार रो रहा था। हाथ जोड़ कर डाक्टरों से बार-बार फरियाद कर रहा था, उसका आरोप था कि उसे सिविल अस्पताल से भी बिना इलाज के भगा दिया गया था। लेकिन लोहिया अस्पताल के डाक्टरों ने भी उसका इलाज न करते हुए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रेफर कर दिया गया।

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बिना इलाज kgmu किया रवाना 

  • इन दिनों राजधानी सहित आस पास के जिलों में बुखार डेंगू आदि बीमारियों का प्रकोप है।
  • सीतापुर निवासी सलीम को भी बीते कई दिनों से तेज बुखार सिर दर्द व उल्टी की समस्या थी।
  • सलीम की शिकायत पर परिजनों ने स्थानीय डाक्टरों को उसे दिखाया था।
  • डाक्टरों ने बुखार न उतरने व झटका आने के लक्षणों के आधार पर सलीम को रेफर कर दिया था।
  • यहां पर भर्ती होने के बाद परिजनों के अनुसार उसकी जांच।
  • जांच रिपोर्ट में ही ही सलीम को दिमागी बुखार की पुष्टि हुई थी।
  • बिगड़ती तबियत को देखते हुए सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने उसे रेफर कर दिया।
  • सिविल के बाद परिजन उसे लेकर लोहिया अस्पताल आ गए।
  • परिजनों के अनुसार लोहिया अस्पताल में एक दिन में ही डाक्टरों ने जांच पड़ताल व मरीज की हालत को देखते हुए केजीएमयू रेफर कर दिया।
  • परिजनों का आरोप है कि लोहिया अस्पताल में एक बार भी सही से डाक्टरों ने देखा तक नहीं अौर सीधे केजीएमयू रेफर कर दिया।
  • सलीम सही इलाज न मिलने पर बेहाल था आैर उसकी तबियत गंभीर होती जा रही थी।
  • इमरजेंसी में वह आते जाते पैरामेडिकल व डाक्टरों से कह रहा था कि उसको दवा दे दो अब सर फटा जा रहा है।

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