राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर बनी पार्किंग में काफी समय से खड़े वाहन कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

  • यह पार्किंग स्टैंड वाहन चोरों का अड्डा भी बन गए हैं।
  • पिछले दिनों जीआरपी ने कई वाहन चोरों को गिरफ्तार कर चोरी की गाड़ियां इन स्टैंडों से ही बरामद करने का दावा किया था।

तस्वीरों में देखिये पार्किंग स्टैंड का हाल:

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जिम्मेदारों की नजर नहीं जाती इधर

  • चारबाग रेलवे स्टेशन पर बने पार्किंग स्टैंड की हालत आप तस्वीरों में देखकर खुद लगा सकते हैं।
  • यहां वर्षों से खड़े वाहन कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं लेकिन इस तरफ किसी जिम्मेदार की नजर नहीं जाती है।
  • सूत्रों का कहना है कि कुछ शातिर वाहन चोर शहर के विभिन्न इलाकों से वाहन चोरी करके ले आते हैं और स्टैंड संचालक की मिलीभगत से यहां गाड़ियां खड़ी कर देते हैं।
  • रात होने पर यह वाहन चोर गाड़ियों को सन्नाटे वाले रास्ते से नेपाल या फिर अन्य जगहों पर भेज देते हैं।
  • यहां पार्किंग में खड़े वाहनों के पार्ट्स भी धड़ल्ले से चोरी छिपे बेचे जाते हैं।
  • यहां का हाल यह है कि मोटरसाइकिलें और चारपहिया वाहन कबाड़ में तब्दील हो गए।
  • चारबाग रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में राजकीय रेलवे पुलिस का थाना है।
  • थाना होने के बाद भी यहां चोर वाहनों को खड़ा करके उनकी विक्री करते हैं लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगती।
  • इस सम्बन्ध में जब जीआरपी थाना प्रभारी सुशील कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जीआरपी के रिकार्ड के अनुसार तीन स्टैण्डों में 100 से अधिक लावारिस स्कूटर व बाइक खड़े हैं।
  • पार्किंग में सालों से खड़े लावारिस वाहन कबाड़ हो गए हैं।
  • इन वाहनों के संबंध में जब कोई जानकारी नहीं मिलती तो वहां खड़े रहते हैं।
  • वाहन चोरी की शिकायत दर्ज होने पर उसका मिलान अगर हो जाता है तो वाहन उनके स्वामी को सौंप दिया जाता है।
  • पार्किंग में कई वाहन एक्सिडेंटल भी खड़े हैं।
  • जीआरपी का पूरा प्रयास है कि वाहन उनके स्वामियों तक पहुंच जाएं।
  • उन्होंने बताया कि वाहन चोरी या फिर और किसी वारदात से बचने के लिए रेलवे स्टेशन के आसपास करीब दो दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
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