देशभर में पिछले कुछ सालों में कई नये हाईवे बन चुके हैंं लेकिन अब उत्तर प्रदेश में एक ऐसा हाईवे बनने वाला है जो पूरी तरह पिलर्स पर टिका होगा। हम बात कर रहे है लखनऊ और कानपुर के बीच बनने वाले नये एक्सप्रेेस वेे की। इस तरह के एक्सप्रेेस वेे के सम्बन्ध में जानकारी मुख्य सचिव आलोक रंजन की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में दी गई।इस एक्सप्रेस वेे को बनाने के लिए किसानों से केवल उतनी ही जमीन ली जायेगी जितनी पिलर्स का निर्माण करने के लिए जरूरी होगी।
- लखनऊ से कानपुर केे बीच पिलर्स पर बनेगी 70 किलोमीटर की सड़क।
- इस पुल के निमार्ण के लिए किसानों से केवल उतनी ही जमीन ली जायेगी जितनी पिलर्स बनाने के लिए आवश्यक हो।
- किसानों को इस जमीन के बदले उचित मुआवजा भी दिया जायेगा।
- पिलर्स लगाने के बाद जो जगह बचेगी उसमें कृषि उत्पादन का काम किया जायेगा।
- इस जमीन पर हल्दी, गुलाब, बेला और दूसरे फूलों की खेती कराई जाएगी।
- किसानों को खेती करने के लिए आर्थिक मदद भी दी जायेगी।
- 70 किलोमीटर लंबे मार्ग में हर दस किमी पर दो पिलर्स के मध्य कृषि विपणन केंद्र भी खोले जाएंगे।
- सड़क के दोनों ओर बाउंड्री वाल बनाकर वर्षा जल संचयन होगा। यह दूरी सिर्फ 40 मिनट में पूरी हो जाएगी।
- हाईवे पिलर्स पर होने के चलते जमीन अधिग्रहण की दुश्वारी भी नहीं आएगी।
- कानपुर के उद्योगपतियों, नौकरीपेशा लोगों को जहां इससे राहत मिलेगी वहीं एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी से फूलों का निर्यात करने में भी आसानी होगी।
- कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र की जमीन को फूलों की खेती के योग्य बताया है।