सीआरएस से लखनऊ मेट्रो को हरी झंडी मिलने के बाद अब बस केंद्र के अधिकारियों के निरीक्षण का इंतजार है। निरीक्षण होते ही लखनऊ मेट्रो कमर्शियल रनवे लिए तैयार हो जाएगी। वहीं दूसरी ओर लखनऊ मेट्रो सुगम यातायात के साथ लखनऊ वासियों की सेहत का भी ख्याल रखेगा। देश कि पहली ऐसी लखनऊ मेट्रो होगी जो इतने बड़े स्तर पर मेडिकल थीम के अंतर्गत प्लांटेशन कर रही है।

तैयार हो रहा है हर्ब गार्डन 

  • लखनऊ मेट्रो ने अपने लैंड पर प्लांटेशन शुरू कर दिया है।
  • इस प्लांटेशन की खास बात ये भी है कि इसमें करीब 25 प्रतिशत तक मेडिसिनल प्लांट लगाएगा।
  • इसे एक हर्ब गार्डन के रूप में देखा जा सकता है। 
  • इन मेडिसिनल प्लांट को कई प्रकार की दवाइयां बनाने में प्रयोग किया जाएगा। 
  • राजधानी वासियों के साथ-साथ मेट्रो पशुओं का भी ख्याल रखेगी।
  • इस प्लांटेशन में वो पेड़ भी लगाए जाएंगे जिन्हे जानवरों के लिए बनाई जाने वाली दवाइयों में प्रयोग किया जाता है।
  • लखनऊ मेट्रो ने अभी तक प्लांटेशन के लिए 59 प्रजातियों का चयन किया है।
  • इन सभी प्रजातियों में से लगभग 12 प्रजातियां मेडिसिनल होंगी।
  • शुरुआती दौर में इसकी प्लांटेशन शुरू कर दी गई है।
  • अभी तक कुल 850 पौधे लगाए गए हैं जिनमें से 200 पौधे मेडिसिनल परपस के लिए हैं।
  • कुछ ही दिनों में लखनऊ मेट्रो 385 पौधों को और लगाएगा। 

ये भी पढ़ें:औचक निरीक्षण में गायब मिले डॉक्टर!

ये भी पढ़ें:विस्फोटक की मात्रा कम थी, बोले एडीजी रेलवे!

यहां लगे हैं ये पौधे 

  • यह पौधे फिलहाल मेट्रो डिपो पीएसी बटालियन और आशाराम बापू आश्रम में लगाए गए हैं।
  • जैसे जैसे लखनऊ मेट्रो को जमीन मिलती जाएगी वह इस प्लांटेशन की संख्या बढ़ाते जाएंगे।
  • लखनऊ मेट्रो स्टेशन की ओर से पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार कदम बढ़ाए जाएंगे।
  • इसी क्रम में मेट्रो स्टेशन के बाहर भारी संख्या में पौधे लगाए गए हैं।
  • इससे मेट्रो स्टेशन के आस पास हरियाली और सुंदरता बरतने में मदद मिलेगी।
  • आने वाले 5 सालों में लखनऊ मेट्रो द्वारा लगाए गए इन पौधों की हारवेस्टिंग की जाएगी।
  • अधिकारियों का कहना है कि जैसे जैसे इन पौधों की संख्या बढ़ जाएगी आसपास की मेडिसिनल कंपनियां लखनऊ मेट्रो को अप्रोच कर सकेंगी।
  • हर्ब गार्डन की तर्ज पर इन पौधों की भी हारवेस्टिंग की जा सकती है।
  •  इससे मेडिकल कंपनियों को प्रोडक्शन के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा।
  •  साथ ही लखनऊ मेट्रो को भी एक अच्छी आय मिलेगी। 

ये भी पढ़ें: रेलवे की टीम अब करेगी छापेमारी!


यह पौधे हैं शामिल 

अर्जुन, अमलतास, आम, आड़ू, आलू बुखारा, आंवला, अंजीर, इमली, कचनार, कदम, कटहल, कमरख, खजूर, ख़ैर, गूलर, गारक इमली, चंदन।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें