लखनऊ विश्वविद्यालय (lucknow university) में कुलपति आवास पर भूख हड़ताल पर बैठे समाजवादी छात्र सभा के छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से वहां भगदड़ मच गई इससे कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। छात्र सीएम योगी के काफिले पर हमले और उन्हें काले झंडे दिखाने के आरोप में जेल भेजे गए लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे। लाठीचार्ज के दौरान दो छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
क्या है पूरा मामला
- दरअसल पिछले दिनों लविवि में हिंदी स्वराज दिवस कार्यक्रम में सीएम योगी बतौर मुख्यअतिथि बुलाये गए थे।
- कार्यक्रम में राज्यपाल रामनाईक भी मौजूद थे।
- सीएम जैसे ही शाम 5:30 बजे लखनऊ विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचे तो सीएम योगी की फ्लीट पर 10-12 समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता जिनमें युवक/युवतियां थीं।
- यह सभी काफिले के सामने कूद पड़े और काले झंडे दिखाने लगे।
- हालांकि यह सब पुलिस की लापरवाही के चलते हुआ।
- लेकिन जब सपा के कार्यकर्ता वहां झंडा लिए खड़े थे फिर भी पुलिस ने आंखे बंद कर रखी थीं।
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योगी मुर्दाबाद के लगाए नारे
- इस घटनाक्रम में हसनगंज इंस्पेक्टर और महानगर इंस्पेक्टर की लापरवाही देखने को मिली।
- उन्होंने छात्रों को नजरअंदाज किया।
- इसका नतीजा यह हुआ कि आंदोलनकारियों ने सीएम के काफिले पर हमला कर दिया।
- प्रदर्शनकारी सीएम की गाड़ी के आगे भी लेट गए।
- प्रदर्शनकारी ‘योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी…, योगी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।
- हालांकि ब्लैक कमांडो ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और उन्हें पीटकर हटाया।
- इस दौरान पुलिस ने 14 उपद्रवियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा था।
- इसके बाद से जेल भेजे गए छात्रों के समर्थक कुलपति आवास के सामने भूख हड़ताल पर बैठे थे।
- शुक्रवार को पुलिस उन्हें हटाने का प्रयास कर रही थी कि पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया।
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