देश भर में महाशिवरात्रि 2017 का पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।

  • शिवजी के प्राचीन मंदिरों, शिवालयों में देर रात से ही बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं।
  • मंदिरों के बाहर भक्तों लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं।
  • राजधानी लखनऊ के डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही।
  • भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्त नंगे पर उनकी शरण में पहुंचे और अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना की।

देखिये मनकामेश्वर मंदिर की भव्य तस्वीरें:

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12 शिवरात्रियों में से सबसे महत्वपूर्ण है महाशिवरात्रि

  • भोलेनाथ के बारह ज्योतिर्लिंग हैं जहां भक्त खूब पूजा-पाठ करते हैं।
  • मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्यागिरि ने बताया कि एक साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से सबसे महत्वपूर्ण महाशिवरात्रि को माना जाता है।
  • उन्होंने ने बताया कि महाशिवरात्रि पर सुबह से ही भगवान शिव के मंदिरों में बूढ़े, जवान, युवा, महिलाओं समेत तमाम भक्तों का तांता लगा हुआ है।
  • भक्त पारंपरिक तरीके से शिवलिंग की पूजा और प्रार्थना कर रहे हैं।

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यहां स्थापित हैं बारह ज्‍योर्तिलिंग

  • महाराष्ट्र की भीमा नदी के किनारे भीमशंकर ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • महाराष्ट्र के ही नासिक में त्र्यंम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • महाराष्ट्र में ही एलोरा गुफा के पास वेसल गांव में घुमेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • गुजरात के काठियावाड़ में सोमनाथ शिवलिंग स्थापित है।
  • गुजरात के द्वारकाधाम के पास नागेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • मद्रास में भगवान श्रीराम द्वारा समुद्र के तट पर त्रिचनापल्ली में रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे पर्वत पर श्री शैल मल्लिकार्जुन शिवलिंग स्थापित है।
  • उज्जैन के अवंति नगर में महाकालेश्वर शिवलिंग स्थापित है।
  • मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में नर्मदा तट पर ॐकारेश्वर (ममलेश्वर) ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • बिहार के बाबा बैद्यनाथ धाम में द्वादश ज्योतिर्लिग स्थापित है।
  • उत्तराखंड में केदारनाथ ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
  • उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग स्थापित है।

महाशिवरात्रि पर यह हैं पूजा का शुभ मुहूर्त

  • भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए महाशिवरात्रि के दिन सुबह 6:30 बजे से अगले दिन 7:37 बजे तक,
  • निशिथ काल पूजा 24:08 से 24:59 बजे तक,
  • 25 फरवरी को 06:54 से 15:24 बजे तक पारण का समय है,
  • 24 फरवरी को रात 21:38 बजे चतुर्दशी तिथि शुरू होगी और यह 25 फरवरी को 21:20 बजे चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी।
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