राजधानी का जो मलिहाबाद पूरे देश में दशहरी आम के लिए जाना जाता है। वह ही समस्याओं से घिरा हुआ है, लेकिन इसकी चिंता न किसी नेता को है न किसी मंत्री को। बरसाती मेढ़क की तरह केवल वोट मांगने क्षेत्र में जाने वाले इन नेताओं को इस बार ग्रामीण इलाकों की जनता सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।

जन समस्याओं से परेशान गावों के लोग

  • मलिहाबाद विधान सभा क्षेत्र में दो गांव ऐसे हैं जहां के मतदाता गांव का विकास और बेहता नाले पर पुल न होने के कारण आगामी 19 फरवरी को मतदान का बहिस्कार करेंगें।
  • ग्राम पंचायत पहाड़पुर के मजरे भावाखेड़ा में आजादी के बाद से आज तक लोग नाली, खडंजा, बिजली के लिए तरस रहे हैं।
  • भावाखेड़ा निवासी नादिर अली व शराफत अली ने बताया कि उनके गांव में रास्ते मे कीचड़ भरा है।ग्राम प्रधान सहित किसी भी जन प्रतिनिधि ने गांव मे नाली, खड़ंजा सहित बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया है।
  • इससे ग्रामवासी नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं।
  • इसलिए ग्रामीणों ने इस बार के विधान समा चुनाव में मतदान का बहिस्कार करने का निर्णय लिया है।
  • दूसरी ओर बिराहिमपुर के लोगों ने बेहता नाले पर पुल की मांग को लेकर मतदान का बहिस्कार कर नेताओं को सबक सिखाएंगे।
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