हमेशा अधिकारियों को गुमराह करने वाले पुलिस वालों की जेब जब अन्य अवैध कामों की कमाई से नहीं भरी तो अधिकारियों के सामने वाहवाही लूटने और मनमानी वसूली न मिलने पर एक निर्दोष को जेल भेजने का मामला गुरूवार को सामने आने के बाद थाना और सीओ कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है और अब पुलिस इस मामले को दूसरे तरीके से मैनेज करने मे लगी है, ऐसा सूत्रों का कहना है।

इतनी वारदातों के बात कान में तेल डालकर बैठी पुलिस

  • सूत्रों के अनुसार पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर मालिक काकोरी थाने से जेल जा चुका है।
  • यह जानते हुए भी पुलिस ने उसकी जॉच पड़ताल करने के बजाय चालक को ही जेल भेज दिया।
  • उस जालसाजी करने वाले को भी समझाने का प्रयास नहीं किया।
  • दूसरी ओर तमाम मामले आज भी पुलिस की फाइलों मे ही दबे हुए हैं।
  • इसी प्रकार हिम्मत खेड़ा गांव में नव वर्ष की रात डकैतों ने एक घर में घुसकर लूटपाट की।
  • इससे पहले रहीमाबाद क्षेत्र में मुनीम से 15 लाख की लूट का खुलासा भी अभी तक नहीं हो सका है।
  • 26 जनवरी को बैंक आफ बड़ौदा के सामने से साढ़ेमऊ निवासी आरपी सिंह की हीरो हाण्डा बाइक चोरी हो गयी।
  • इसके अलावा क्षेत्र के दो गांवों में गोली चलने के मामले भी अभी तक अनसुलझे हैं।
  • इससे पहले महमूद नगर से एक बौलेरो व उसी के पास से एक बाइक चोरी हो चुकी है।
  • इसके अलावा मुजासा गांव के पास से भी एक चार पहिया गाड़ी चोरी होने का भी अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
  • इसके अलावा कस्बे में एक ज्वैलरी और कपड़े की दुकान में लाखों की चोरी और इलाहाबाद बैंक के आस पास की दुकानों में भी चोरियां हो चुकी हैं।
  • इसके अलावा पुरवा, सहिलामऊ, वाटरपार्क मे भी चोरियां होने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है।
  • दूसरी ओर जब सभी बैंके मुख्य मार्गों के किनारे हैं, जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगे हैं फिर भी लूट और चोरी की घटनाओं का खुलासा क्यों नहीं हो रहा है।
  • यह सवाल हर आम आदमी के दिमाग में कौंध रहा है।
  • इसके अलावा खचाड़ा डग्गामार टेम्पो, निजी मारूती वैनों से सवारियां ढ़ोने, अवैध आरा मशीनों,
  • अवैध लकड़ी कटान से होने वाली अवैध कमाई के आगे चोरी, लूट बलात्कार हत्या डकैती पुलिस के लिए कोई मायने नहीं रखती है।
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