राजधानी की साइबर क्राइम सेल हजरतगंज ने एक आरोपी को फ़िल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी छात्र है जो एक पीड़ित युवक की उसकी महिला मित्र के साथ की आपत्तिजनक फोटो इंटरनेट पर डालने की धमकी दे रहा था। आरोपी ने फोटो ना वायरल करने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी लेकिन कई बार फोन से बात करने पर डील 15 हजार रुपये में फ़ाइनल हो गई थी। इसकी शिकायत पीड़ित ने एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स के कार्यालय में जाकर की।

एएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए फ़ौरन गोमतीनगर थाने में शिकायत दर्ज करने को कहा। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद हरकत में आई साइबर क्राइम सेल की टीम ने पीड़ित को अपने साथ लिया और बाराबंकी पहुंची। बाराबंकी में पैसे लेने आये युवक को पुलिस की टीम ने धर दबोचा। आरोपी खुद को नाबालिग बता रहा है, पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाईल फोन और नगदी बरामद कर उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की है।

जाल बिछाकर घेराबंदी करके बाराबंकी से पकड़ा गया आरोपी

साइबर क्राइम सेल हजरतगंज के नोडल ऑफिसर/ क्षेत्राधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि उनके निर्देशन में निरीक्षक अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक साइबर क्राइम सेल विजय वीर सिंह सिरोही, कांस्टेबल शरीफ खान, फिरोज बदर, अखिलेश कुमार सिंह, इशहाक हक ने बाराबंकी के रहने वाले नाबालिग शाहिद वारसी (नाम काल्पनिक) निवासी लालपुर देवा शरीफ बाराबंकी को गिरफ्तार किया है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने पीड़ित युवक के उसकी कुछ निजी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर वक लाख रूपये की मांग की थी।

बताया जा रहा है कि पीड़ित ने आरोपी से डील करते करते 15 हजार रुपये में मामला सेट कर दिया। इधर पीड़ित ने पुलिस से पूरा मामला बताया और गोमतीनगर थाने में बुधवार को मुकदमा दर्ज करवाया। केस दर्ज होने के बाद टीम आरोपी के बताये गए पते पर गई लेकिन वह गच्चा देता रहा। जब आरोपी ने मोबाईल बंद कर लिया तब पुलिस वापस लौट आई। बुधवार शाम को बातचीत के दौरान आरोपी ने गुरुवार को दोपहर 12 बजे का टाइम दिया।

इसके हिसाब से पुलिस टीम ने पीड़ित को साथ लिया और बाराबंकी पहुंची। पुलिस टीम ने सुरक्षा के साथ पीड़ित को आरोपी के पास भेजा। वह पैसे मांग ही रहा था कि घेराबंदी करके पुलिस टीम ने फ़िल्मी अंदाज में उसे बाराबंकी बस अड्डे के पास से उसे धर दबोचा। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाईल फोन और 570 रुपये बरामद किये हैं। उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।

ये था अपराध करने का तरीका

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने फेसबुक पर एक लड़की के नाम से फेसबुक आईडी बनाई थी। फेसबुक के जरिये ही आरोपी ने पीड़ित को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। इसके बाद दोनों की चैटिंग शुरू हुई। दोस्ती परवान चढ़ी तो दोनों ने फोटो शेयर किये। आरोपी ने पीड़ित को अपने जाल में फंसाकर उसकी महिला मित्र के साथ के कुछ आपत्तिजनक फोटो हासिल कर लिए थे। फोटो मिलते ही आरोपी ने ब्लैकमेल का खेल शुरू कर दिया। पीड़ित को जैसे ही आरोपी ने फोन करके पैसे मांगे तो वह सन्न रह गया और मानसिक रूप से पीड़ित हो गया। हालांकि पुलिस की तत्काल कार्रवाई के चलते आरोपी शिकंजे में आ गया।

बीएससी का छात्र है आरोपी

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया वह श्री रामस्वरूप मेमोरियल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट लखनऊ में बीएएसी प्रथमवर्ष का छात्र है। उसने कॉलेज की फीस जमा करने और महंगे शौक के लिए ये ब्लैकमेलिंग की थी। लेकिन उसे नहीं पता था कि वह पुलिस के हत्थे चढ़ जायेगा। एसएसपी दीपक कुमार ने साइबर क्राइम सेल के इस गुडवर्क की प्रशंसा की है।

 

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