• वैसे तो सरकार विकास के दावे करती है लेकिन जब धरातल पर नज़र पड़ती है तो दावों की पोल खुलती नजर आती है
  • 2 साल में 2 बार ‘आदर्श गांव’ पहुंची मेनका गांधी
  • दो बार सांसद मेनका गांधी आई हैं। एक बार गोद लेते वक्त और एक बार साल भर पहले आई थीं।
  • आदर्श गांव ‘गुलड़िया भूप सिंह’ में सांसद मेनका गांधी दो बार गई हैं।
  • पीलीभीत. 26 मई 2016 को नरेंद्र मोदी सरकार के 2 साल पूरे हो रहे हैं।
  • इस मौके पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी के गोद लिए आदर्श गांव ‘गुलड़िया भूप सिंह’ की पड़ताल की।
  • सवाल- क्या आप जानते हैं कि आपके गांव को एक सांसद ने गोद ले रखा है और इसे आदर्श ग्राम की कैटेगरी में रखा गया है
  • प्रेमवती-हां… सांसद जी ने गांव को गोद लिया है, ये आदर्श ग्राम में शामिल हैं।
  • सत्यभान-हां… दो बार सांसद मेनका गांधी आई हैं। एक बार गोद लेते वक्त और एक बार साल भर पहले आई थीं।
    प्रशांत वाजपेई-हां… गोद तो लिया है। कहने को आदर्श गांव भी है।
  • सवाल- क्या सांसद की तरफ से गोद लिए जाने के बाद आपके गांव में कोई बदलाव आया?
  • अध्यापक बिसमिल्ला-हां… गांववासियों को सांसद निधि से बारातघर की सौगात दी है।
  • सुनील सिंह, अध्यापक- हां… मेनका गांधी के कहने पर केनरा बैंक ने गांव को एक सोलर सिस्टम दान दिया है। इससे गांव में 17 लाइट्स जलती हैं।
  • सोमवती-नहीं… शौचालय नहीं बन सके हैं। गांव की महिलाओं को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है।
  • बिजरानी-नहीं…गांव को उज्जवला योजना, एक्सीडेंट बीमा योजना, पेंशन बीमा योजना की जानकारी ही नहीं है।
  • सवाल- आखिरी बार सांसद आपके गांव में कब आए थे?
  • ग्राम प्रधान पुत्र अनिल सिंह- नवंबर 2014 में आई थीं। तब गांव के विकास को लेकर बैठक की और एक कमिटी का गठन किया था। इसके अलावा मुझे 6 बार अपने ऑफिस दिल्ली बुला चुकी हैं।
  • सवाल- कौन-सी योजना है जो आपके गांव में सबसे ज्यादा पॉपुलर है?
  • अनिल सिंह- कौशल विकास योजना
  • कौशल विकास योजना के तहत महिलाओं को बुनाई का काम सिखाया गया है। इसके बाद कुछ महिलाएं स्थानीय व्यापारियों से मिलकर साड़ियां और महिलाओं के कपड़े तैयार कर रही हैं।
  • सवाल- आपके गांव को गोद लेने वाले सांसद को 10 में से कितने नंबर देंगे?
  • मेहरवान- 7/10
    अजमीला- 6/10
    सुरेंद्र- 9/10
    शहनबाज- 8/10
    वेदप्रकाश- 8/10
    प्रशान्त वाजपेई- 7/10
    बिसमिल्ला/अध्यापक, प्राइमरी स्कूल, गुलड़िया भूपसिंह- 9/10
    सुनील सिंह/अध्यापक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय, गुलडिछ़या भूप सिंह- 8/10
  • सवाल- क्या स्वच्छ भारत योजना के तहत आपके गांव में साफ-सफाई के कदम उठाए गए हैं?
  • सुमन देवी-नहीं… शौच के लिए बहार जाना पड़ता है।
  • मेहरवान- ड्रेनिंग सिस्टम सही नहीं है। नालियां बजबजाती रहती हैं। गंदा पानी बस्ती के बीचोंबीच तालाब में ठहरता है। मच्छरों का आतंक है।
  • अजमीला- प्राथमिक विद्यालय में बने शौचालय भी बंद पड़े हैं।
  • सवाल- क्या जनधन योजना के तहत आपके आसपास गरीबों के बैंक खाते खुले हैं? क्या इस बारे में कोई बताने आया?
  • प्रधान शांति देवी- जनधन योजना लागू होने के समय गांव और उसके आसपास कोई बैंक नहीं था। दो महीने पहले गांव में ही ग्रामीण बैंक की शाखा खुल गई है। 400 लोगों ने जनधन के खाते खुलवाए, 40 लोगों ने 12 रुपए किस्त वाला एक्सीडेंटल बीमा लिया है और 20 लोगों ने जीवन ज्योति बीमा कराया है।
  • सवाल- क्या आपके गांव में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को फ्री रसोई गैस कनेक्शन मिले हैं?
  • नजमा- गरीब महिलाओं खासकर बीपीएल कार्डधारक परिवार की महिलाओं को योजना के बारे में पता ही नहीं है।
  • आजमीन- हमें तो नहीं मालूम, गरीबों के लिए सरकार की सस्ता गैस कनेक्शन देने की योजना है।
  • प्रधान शांति देवी- प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 25 फार्म भरवाए गए हैं।
  • सवाल- क्या अटल पेंशन योजना के तहत फायदा मिला?
  • सुरेंद्र- मैंने जीवन ज्योति योजना का लाभ लेने के लिए खाता खुलवाया है।
  • प्रधान शांति देवी- फिलहाल अटल पेशन योजना का लाभ लेने वाले 35 लोग हैं।
  • सवाल- दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत क्या आपके गांव में पॉवर प्रोजेक्ट शुरू हुआ है?
  • उस्मान गनी– नहीं… अधूरा विद्युतीकरण दो साल पहले था वैसा ही अब है। इस दिशा में पिछले दो साल में कोई प्रयास नहीं किया गया है। जिन घरों में बिजली आती भी है तो लो वोल्टेज प्रॉब्लम आम बात है।
  • सवाल- क्या आपको या आपके किसी परिचित को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत क्या 12 रुपए में एक्सीडेंटल इंश्योरेंस और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 330 रुपए में लाइफ इंश्योरेंस मिला है?
  • प्रधान शांति देवी- कई लोगों ने बीमा लिया है, लेकिन अब तक किसी ने इश्योरेंस क्लेम नहीं किया।
  • क्या है सरपंच का कहना
    ग्राम प्रधान शांति देवी ने बताया कि ग्राम पंचायत गुलड़िया भूप सिंह में दो गांव मजरे गुलड़िया भूप सिंह और जल्दूपुर आते हैं।
    गुलड़िया भूप सिंह में 640 और दूसरे मजरे जल्दूपुर में 125 घर हैं। दोनों मजरों की जनसंख्या क्रमशः 6000 और 1500 कुल मिलाकर साढ़े सात हजार है। कुल मतदाताओं की संख्या 3500 है।
  • कोटेदार तेज सिंह- बीपीएल कार्डधारक 195 और अंतोदय कार्डधारक 104 लोग हैं।
  • शौचालय नहीं होने पर दी सफाई
    सरपंच शांति देवी के बेटे अनिल सिंह ने बताया कि गांव में शौचालयों के संबंध में एक सरकारी सर्वे कुछ दिन पहले किया गया था। इसके अनुसार, 630 परिवार बिना शौचालयों वाले निकले। सरकार की तरफ से उन्हें 234 शौचालय स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से लगभग 150 बन चुके हैं। नवनिर्मित किसी भी शौचालय में दरवाजा नहीं लग सका है, जल्द ही दरवाजे भी लगवा दिए जाएंगे।

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